गुरुदासपुर हमले की लचर जांच को देखते हुए केंद्र सरकार ने पठानकोट का मामला तत्काल एनआईए को सौंप दिया है। इसके लिए ऑपरेशन के आधिकारिक रूप से खत्म होने का इंतजार भी नहीं किया गया। इस मामले में तीन एफआईआर दर्ज करने के बाद एनआईए की 20 सदस्यीय जांच टीम पठानकोट पहुंच गई है।


गुरुदासपुर से जोड़कर जांच जानकारी के मुताबिक केंद्र सरकार ने पठानकोट मामले की एनआईए को जांच सौंप दी है। एनआईए ने इस मामले में तीन एफआईआर दर्ज किए हैं। एनआईए की 20 सदस्यीय जांच टीम पठानकोट पहुंच गई है।  जिसमें पहला मामला एसपी के अपहरण है। दूसरा मामला ड्राइवर की हत्या और तीसरा मामला एअरबेस पर हमले को लेकर दर्ज किया है। एनआईए आतंकियों की काल डिटेल्स से एजेंसियों पता कर रही है। वहीं इस संबंध सूत्रों का कहना है कि कि आपरेशन के दौरान मारे गए आतंकियों में से एक का शव की फारेंसिक जांच कराने की तैयारी है। कहा जा रहा है कि एनआईए अब इस मामले को गुरदासपुर में हुए हमले से जोड़कर देख रही है। पठान कोट में आतंकियों के पास इम्प्रूवाइज्ड ए के 47 हथियार पाए गए हैं। जिससे एनआईए इस पर भी गंभीरता से जांच कर रही है।पंजाब पुलिस को जानकारी
वहीं इस संबंध में उच्च पदस्थ सूत्रों के अनुसार पंजाब सरकार को केवल एनआईए को जांच सौंपने की सूचना दी गई। सुरक्षा एजेंसी से जुड़े एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि पंजाब सरकार के कहने पर छह महीने पहले गुरदासपुर के दीनानगर थाने पर आतंकी हमले की जांच पंजाब पुलिस को सौंपी गई थी। लेकिन अभी तक उसकी जांच में कोई प्रगति नहीं हुई है। इस कारण गुरदासपुर हमले से कोई सबक नहीं लिया जा सका और छह महीने में ही उसी तरीके से आतंकी पाकिस्तान से आकर हमला करने में सफल रहे। यही कारण है कि इस बार पंजाब पुलिस को जांच से बाहर रखने का फैसला पहले ही ले लिया गया था। गौरतलब है कि पठानकोट एयरबेस पर पाकिस्तानी आतंकियों ने बीते शनिवार को तड़के हमले को अंजाम दिया था। जिससे कल तक ऑपरेशन जारी रहा। इस हमले में सात जवान शहीद हुए हैं। जबकि छह आतंकी मारे गए हैं।

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Posted By: Shweta Mishra