ALLAHABAD: त्वरित न्याय मानव जीवन का अति आवश्यक हिस्सा है। विधिक सहायता न्यायपालिका का महत्वपूर्ण अंग है। विधिक सहायता के लिए विश्वविद्यालय के स्टूडेंट्स को आगे आना चाहिए। उक्त बातें जनपद न्यायाधीश शंकर प्रसाद श्रीवास्तव ने नेहरू ग्राम भारती विश्वविद्यालय के विधि विभाग की ओर से स्थापित परामर्श केन्द्र के उदघाटन समारोह में बतौर चीफ गेस्ट कहीं। कुलपति प्रो। केपी मिश्र ने कहा कि न्यायपालिका एवं शिक्षण संस्थाओं का सहयोग से विधिक जागरूकता लाने में मददगार साबित हो सकता है। धन्यवाद ज्ञापन डॉ। पीके तिवारी ने व संचालन डॉ। आशीष मिश्रा ने किया।

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