भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ब्रिटेन दौरे पर हैं। इस दौरान राजनीतिक और आर्थिक विषयों के अलावा कई दूसरे द्विपक्षीय मुद्दों पर बातचीत हो रही है।


आइए जानते हैं भारत-ब्रिटेन संबंधों को इन पांच बिंदुओं में:1. आर्थिक क्षेत्र केवल टाटा ग्रुप की कंपनियों ने ब्रिटेन में 65 हज़ार लोगों को रोज़गार दिया है।हालांकि आंकड़ों की हकीकत पता कर पाना मुश्किल है लेकिन विश्व बैंक के आंकड़ों के आधार पर 2013 के 'द गार्डियन' अख़बार की एक रिपोर्ट के मुताबिक़, करीब 3.9 अरब डॉलर रकम ब्रिटेन से भारत आई थी। इसमें औपचारिक और अनौपचारिक दोनों ही लेन-देन शामिल हैं।2. शिक्षाभारत के 21 हज़ार से ज़्यादा छात्र ब्रिटेन में पढ़ाई कर रहे हैं।हालांकि भारत के युवाओं में अमरीका, ऑस्ट्रेलिया और जर्मनी में पढ़ाई, नौकरी या निवेश करने का चलन बढ़ा है।विज्ञान के क्षेत्र में न्यूटन-भाभा फ़ंड जैसी नई पहल से शोध के क्षेत्र में संबंध मज़बूत होंगे।3. अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ब्रिटेन की स्थिति
इसी साल मोदी की चीन यात्रा के दौरान करीब 22 अरब डॉलर के समझौते किए गए।हाल ही में पचास अफ़्रीकी देशों के साथ हुए सम्मेलन में आर्थिक संबंधों को बेहतर करने पर चर्चा की गई।4. सांस्कृतिक संबंधभारत और ब्रिटेन के बीच 200 साल से भी अधिक पुराना संबंध है। दोनों ही देश सांस्कृतिक संस्थानों और अंग्रेज़ी से माध्यम से जुड़े हैं।


ब्रितानी काउंसिल के हाल के सर्वेक्षण के मुताबिक़ भारत के मध्यम वर्ग के युवाओं से कह गया कि दुनिया की 15 बड़ी अर्थव्यवस्था को चुनें तो उन्हें अमरीका के बाद ब्रिटेन सबसे ज़्यादा आकर्षक लगा।जाहिर है शिक्षा और संस्कृति भारत और ब्रिटेन के भावी संबंधों को मज़बूत बनाए रख सकता है।

Posted By: Satyendra Kumar Singh