शनिवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से अहमदाबाद में केंद्र-राज्य विज्ञान सम्मेलन का उद्घाटन किया। इस दौरान उन्होने बताया कि भारत कि ग्लोबल इनोवेटिव इंडेक्स रैंकिंग 2015 में 81 थी जो कि बढ़कर वर्तमान में 46 हो गई है।

नई दिल्ली (एएनआई)। शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केंद्र के विज्ञान और प्रौद्योगिकी आधारित मॉडल पर प्रकाश डालते हुए कहा कि केंद्र सरकार के प्रयासों के कारण भारत की ग्लोबल इनोवेटिव इंडेक्स रैंकिंग में सुधार हुआ है। भारत कि ग्लोबल इनोवेटिव इंडेक्स रैंकिंग 2015 में 81 थी, जो कि बढ़कर वर्तमान में 46 हो गई है। प्रधानमंत्री ने शनिवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से केंद्र-राज्य विज्ञान सम्मेलन का अहमदाबाद में उद्घाटन किया।

हर क्षेत्र के विकास को मिली गति
इस कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा,"हमें इस अमृत काल में भारत को रिसर्च और इनोवेशन का ग्लोबल सेंटर बनाना है। राज्यों को अन्य राज्यों से सर्वोत्तम आचरण को अपनाना चाहिए।" प्रधानमंत्री ने आगे कहा- "21वीं सदी के भारत के विकास में विज्ञान उस ऊर्जा की तरह है जिसमें हर क्षेत्र के विकास को, हर राज्य के विकास को गति देने का सामर्थ्य है। आज जब भारत चौथी औद्योगिक क्रांति का नेतृत्व करने की तरफ बढ़ रहा है तो उसमें भारत की साइंस और इस क्षेत्र से जुड़े लोगों की भूमिका बहुत अहम है।"

ग्लोबल इनोवेटिव इंडेक्स में सुधार
प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि "केंद्र सरकार विज्ञान आधारित डेवलपमेंट की सोच के साथ काम कर रही है। 2014 के बाद से साइंस और टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में निवेश में काफी वृद्धि की गई है। सरकार के प्रयासों से आज भारत ग्लोबल इनोवेटिव इंडेक्स में 46वें स्थान पर है, जबकि 2015 में भारत 81 नंबर पर था।"

प्रधानमंत्री ने वैज्ञानिकों का किया जिक्र
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आगे कहा कि- "अगर हम पिछली शताब्दी के शुरुआती दशकों को याद करें तो पाते हैं कि दुनिया में किस तरह तबाही और त्रासदी का दौर चल रहा था। लेकिन उस दौर में भी बात चाहे ईस्ट की हो या वेस्ट की, हर जगह के वैज्ञानिक अपनी महान खोज में लगे हुए थे। पश्चिम में आईंसटिन, मैक्स प्लांक, नील्स बोर, टेस्ला जैसे वैज्ञानिक अपने प्रयोगों से दुनिया को चौंका रहे थे। उसी दौर में सी वी रमन, जगदीश चंद्र बोस, सत्येंद्रनाथ बोस, मेघनाद साहा, एस चंद्रशेखर समेत कई वैज्ञानिक अपनी नई-नई खोज सामने ला रहे थे। जब हम अपने वैज्ञानिकों की उपलब्धियों को सेलिब्रेट करते हैं तो विज्ञान हमारे समाज का हिस्सा बन जाती है। वो हमारे कल्चर का हिस्सा बन जाती है।" दो दिवसीय कॉन्क्लेव का आयोजन 10-11 सितंबर को अहमदाबाद में किया जा रहा है। कॉन्क्लेव के उद्घाटन के दौरान गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल और केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह मौजूद थे।

Posted By: Abhishek Kumar Tiwari