भारतीय कंपनियों में अगली तिमाही के दौरान नए इंप्‍लॉइज की भर्ती किए जाने की संभावना ताइवान के मुकाबले कम है. भारत इस मामले में एक पायदान खिसक कर दूसरे स्थान पर आ गया जबकि ताइवान ने बाजी मारकर पहला स्‍थान हासिल कर लिया है. फिलहाल भारत में कारोबार के रुझान में तेजी के कारण भर्तियां करने की मंशा बरकरार है.

 

 

और फिसल गया भारत
मैनपावर ग्रुप की तरफ से मंगलवार को जारी रोजगार आउटलुक सर्वे के मुताबिक अप्रैल-जून तिमाही के लिए नियुक्ति योजना के लिहाज से ताइवान सबसे आगे रहा, जिसके बाद भारत और जापान का स्थान रहा. आपको बताते चलें कि इससे पहले लगातार चार तिमाहियों तक रोजगार देने की संभावना के लिहाज से भारतीय कंपनियां टॉप पर थीं. फिलहाल ताजा सर्वेक्षण में भारत के 5 हजार से अधिक नियोक्ताओं (कंपनियां) को शामिल किया गया. इसकी रिपोर्ट से संकेत मिला कि भारतीय नियोक्ता, नियुक्ति योजना के मामले में उत्साहित हैं, जबकि 42 में से 40 देशों की कंपनियों के नियुक्ति दृष्टिकोण में सकारात्मकता दिखी. इनके उलट दो देशों, इटली और ब्राजील में नियुक्ति को लेकर नजरिया नकारात्मक रहा. 

बेरोजगारों के लिए सुनहरा अवसर
इंडिया के लिए रोजगार आउटलुक करीब 38 परसेंट है. फिलहाल यह आंकड़ा जॉब सर्च कर रहे बेरोजगारों के लिए अच्छा संकेत है. नौकरी तलाशने वाले लोगों को आगामी महीनों के दौरान कंपनियों में नए कर्मचारियों की नियुक्ति प्रक्रिया तेज होने का फायदा मिलेगा. मैनपावरग्रुप इंडिया के ग्रुप मैनेजिंग डयरेक्टर ए जी राव ने कहा, 'उम्मीद है कि बजट 2015 विदेशी निवेशकों का उत्साह बढ़ाएगा. इसके अलावा मेक इन इंडिया जैसे अभियान ग्लोबल कंपनियों को भारत में मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स लगाने के लिए प्रोत्साहित करेंगे.' राव ने कहा कि सभी सात सेक्टर्स में नए कर्मचारी नियुक्त करने की मंशा जाहिर की गई है.
Hindi News from Business News Desk

Posted By: Abhishek Kumar Tiwari