जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा एलओसी पर पाकिस्तानी सेनाओं की हिंसक कार्रवाइयों का प्रभावी जवाब देने के लिए भारतीय सेना के स्थानीय कमांडरों को पूरी छूट दी गई है। सैन्य सूत्रों ने गुरुवार को यह जानकारी दी।


जवाबी कार्रवाई से पाक जवानों भारी नुकसानउन्होंने बताया कि पिछले कुछ हफ्तों में नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तानी गोलाबारी का जवाब देते समय भारतीय सेना ने पाकिस्तानी जवानों को गंभीर क्षति पहुंचाई है। सूत्रों ने दावा किया कि इस साल अब तक 20 पाकिस्तानी सैन्यकर्मियों को ढेर किया जा चुका है, जबकि 2017 में पूरे साल में 138 पाकिस्तानी सैन्यकर्मी मारे गए थे। पाकिस्तानी हरकतों का भारत की ओर से दिए जा रहे आक्रामक जवाब की वजह से पिछले कुछ हफ्तों में पाकिस्तानी सेना के वरिष्ठ कमांडरों के उनकी अग्रिम चौकियों पर दौरे भी बढ़ गए हैं।पाकिस्तान ने अपनी चौकियों पर बढ़ाई सतर्कता
यही नहीं, भारतीय कार्रवाइयों की वजह से पाकिस्तान ने अपनी सभी चौकियों पर सतर्कता का स्तर भी बढ़ा दिया है। मालूम हो कि सुंजवां आतंकी हमले के बाद रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने पाकिस्तान को चेतावनी दी थी कि उसे इस दुस्साहस की कीमत चुकानी पड़ेगी। इस बीच, नेपाल की तीन दिवसीय यात्रा से लौटने पर गुरुवार को जनरल विपिन रावत को जम्मू-कश्मीर के ताजा हालात से अवगत कराया गया।

Posted By: Satyendra Kumar Singh