- राजधानी के देहात क्षेत्र के थानेदारों का हाल

- लापरवाही की वजह से लुट रहे पॉश कॉलोनियों के घर

- आईजी ने लिखा एसएसपी को पत्र, कड़ी कार्रवाई को कहा

LUCKNOW: राजधानी के ग्रामीण इलाकों के थानेदार मनमानी पर उतर आए हैं। अफसरों को धता बताते हुए वे देर शाम ही अपने घर निकल जाते हैं नतीजतन शहर के पॉश इलाकों में डकैतों की आमद आसान हो जाती है। यही वजह है कि राजधानी में डकैतों का कहर बढ़ा है। ग्रामीण इलाकों के थानेदारों की इस लापरवाही की कीमत पूरे विभाग को चुकानी पड़ रही है। साथ ही लखनऊ पुलिस की कार्यशैली भी सवालों के घेरे में आ गयी है। आईजी जोन ए। सतीश गणेश ने इस बाबत एसएसपी मंजिल सैनी को ऐसे थानेदारों को चिन्हित कर कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए है।

रूरल में तैनाती शहर में आवास

राजधानी के रूरल एरिया में स्थित थानों पर तैनात एसएचओ और एसओ का आवास शहर में हैं। जिसके चलते शाम ढलने के बाद थानेदार थाना परिसर छोड़ घर चले जाते हैं। इसका खामियाजा कानून व्यवस्था के साथ-साथ फरियादियों को भी भुगतना पड़ रहा है। कई बार देर रात हुई घटना में थानेदार मौके पर नहीं पहुंचे या फिर पीडि़त को शिकायत दर्ज कराने के लिए थाने पर थानेदार उपलब्ध नहीं मिलते। रात के समय देहात क्षेत्र की पुलिस व्यवस्था पूरी तरह से प्रभावित हो रही है। मातहत पुलिस कर्मी थानेदार की गैरमौजूदगी में पीडि़त की रिपोर्ट तक नहीं लिखते हैं। पीडि़त अपनी फरियाद सुनाने के लिए कई किमी की दूरी तय कर उच्च अधिकारी तक पहुंचते है जबकि उस मामले का निस्तारण थानेदार और सर्किल अफसर के स्तर पर हो सकता है।

रूरल थाने

नगराम, मोहनलालगंज, गोसाईगंज, निगोंहा, मलिहाबाद, माल, काकोरी, इंटौंजा, माल और बंथरा

थानों में फैली रहती अव्यवस्था

राजधानी के रूरल थाने में अपराध और कानून व्यवस्था पूरी तरह बिगड़ गई है। थानों में रात में पीडि़त पक्ष की एफआईआर नहीं लिखी जाती है। जिसके चलते आईजी, डीआईजी और एसएसपी कार्यालयों में सुबह से रूरल एरिया से पीडि़त पक्षों का जमावड़ा लगता है। जिससे साफ है कि रूरल एरिया में शिकायत दर्ज न होने पर पीडि़त पक्ष आला अधिकारियों के चक्कर लगाते हैं। जिससे न केवल समय पर पीडि़त पक्ष को न्याय नहीं मिलता बल्कि पुलिस की छवि भी बिगड़ रही है।

भरना होगा लोकेशन रजिस्टर

आईजी ए सतीश गणेश ने इस मामले में एसएसपी मंजिल सैनी को निर्देश दिया है कि रूरल एरिया के थान प्रभारी और थानाध्यक्षों रात के समय भी थाना परिसर में ही उपलब्ध रहे। ताकि अपराध और कानून व्यवस्था की समस्या आने पर तत्काल कार्रवाई करें। थानेदारों को रात में थाने में उपलब्धता के लिए लोकेशन का रजिस्टर बनवाने का भी निर्देश दिया है। जिसमें थाना प्रभारी और थानाध्यक्षों को लोकेशन रजिस्टर में अपनी लोकेशन बताते हुए इंट्री भी करनी होगी। इस रजिस्टर का हर दिन एसएसपी मंजिल सैनी अवलोकन करेंगी।

Posted By: Inextlive