हाईकोर्ट के आदेशों पर ही की जा रही हैं पांच कॉलेजों की जांच

6 हजार से अधिक कागजों की चल रही है यूनिवर्सिटी में जांच

Meerut। अब नियमों से विरूद्व जाकर कमाई करने वाले कॉलेजों की खैर नहीं है, जिन कॉलेजों द्वारा नियम के विरुद्व वसूली की जा रही फीस का पता लगाने के लिए सीसीएसयू में अब कॉलेजों के रिकॉर्ड खंगालेगी। हाईकोर्ट के निर्देश पर अब पांच कॉलेजों से यूनिवर्सिटी को छह हजार पन्नों के रिकॉर्ड मिले हैं। एक एक पेज की जांच व उनकी रिपोर्ट तैयार करने में समय लगने से यूनिवर्सिटी ये रिपोर्ट देने के लिए हाईकोर्ट से समय मांग चुकी है। यूनिवर्सिटी को कॉलेजों से लगभग छह हजार पेज का रिकॉर्ड मिला है, इन पन्नों के रिकॉर्ड से अधिक फीस वसूली के सुराग जुटाने में लगी हुई है।

गाजियाबाद से हुई थी शिकायत

हाईकोर्ट ने गाजियाबाद पेरेंट एसोसिएशन की रिट पर सीसीएसयू को जांच के आदेश दिए है। ये सभी कॉलेज गाजियाबाद, नोएडा के है इनमें एक दो मेरठ के भी कॉलेज है। हालांकि इनके नाम अभी सांझा नहीं किए जा रहे हैं, यूनिवर्सिटी ने इन कॉलेजों को नोटिस भेजकर रिकॉर्ड मंगवाया है। यूनिवर्सिटी प्रशासन के अनुसार इन पांच कॉलेजों ने छह हजार पन्नें में अपने रिकॉर्ड सौंपे हैं। इसमें तीन सालों की फीस से लेकर एडमिशन तक का आकंड़ा है। यूनिवर्सिटी के अनुसार हाईकोर्ट के आदेश के क्रम में इन कॉलेजों के रिकॉर्ड की गहनता से जांच की जा रही है। इन कॉलेजों में कितने स्टूडेंट के एडमिशन हुए है, क्या फीस ली गई है और कितना लेट फीस किया है, क्या फीस ली है और इसके साथ ही अन्य खर्चो में कया चार्ज लिए है। ये जांच करने के लिए समय चाहिए। छह हजार पेज के रिकॉर्ड की जांच को समय चाहिए होता है। यूनिवर्सिटी के अनुसार हाईकोर्ट को समय देने की अपील की है, जल्द ही कोर्ट को अपनी जांच रिपोर्ट जमा करेगी।

गलत था निर्देश

वहीं अभी हाल फिलहाल में हुई कार्यपरिषद की बैठक में निर्धारित फीस से अधिक वसूली को पूरी तरह से अवैध घोषित कर चुका है। यूनिवर्सिटी ने 2017 में जारी उस आदेश को भी रद़द किया है कि जिसमें निर्धारित फीस के साथ अन्य मदों में कॉलेजों को अतिरिक्त शुल्क लेने की छूट दी गई थी। यह आदेश गलत ढंग से हाजिर हुआ था ये भी क्लीयर कर दिया है।

कॉलेजों को किसी भी तरह की अतिरिक्त फीस लेने का कोई नियम नहीं है, ये अभी कुछ दिन पहले हुई मीटिंग में भ्ीा क्लीयर कर दिया गया है, जांच चल रही है, कॉलेजों के पन्नों को खंगाला जा रहा है।

धीरेंद्र कुमार, रजिस्ट्रार, सीसीएसयू

Posted By: Inextlive