आईपीएल के 11वें सीजन की शुरुआत शनिवार से हो रही है। पहला मैच मुंबई इंडियंस और चेन्‍नई सुपरकिंग्‍स के बीच खेला जाएगा। इस बार का आईपीएल कुछ खास होने वाला है क्‍योंकि कुछ ऐसे बदलाव देखने को मिलेंगे जो पहले कभी नहीं हुए।


आईपीएल में पहली बार DRS का इस्तेमालआईपीएल के 10 संस्करणों में कभी भी डिसीजन रिब्यू सिस्टम (डीआरएस) का इस्तेमाल नहीं हुआ था, लेकिन इस सीजन में दर्शकों को पहली बार इस टूर्नामेंट में DRS देखने को मिलेगा। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने आईपीएल के 11वें सीजन में डीआरएस का प्रयोग करने के लिए मंजूरी दे दी है। अब आईपीएल के इस सीजन में पहली बार खिलाड़ी डिसीजन रिव्यू ले सकते हैं। इससे पहले बोर्ड इस रिव्यू सिस्टम के प्रयोग को लेकर कतराती थी। बोर्ड का मानना था कि ये फुलप्रूफ नहीं है लेकिन ज्यादातर मैचों पर इस रिव्यू का फैसला सही साबित हुआ है। जिस दौरान अब बोर्ड ने आईपीएल में भी इसे लागू कर दिया है।बीच सीजन में बदलेंगे टीमों के खिलाड़ी
आईपीएल के 11वें सीजन में 25वें मैच के बाद खिलाड़ी दूसरे टीमों में ट्रांसफर किए जा सकते हैं। हालांकि ये नियम भारतीय कैप्ड खिलाड़ियों के लिए नहीं है। इस नियम के चलते विदेशी और अनकैप्ड खिलाड़ियों को ही 25वें मैच के बाद दूसरी टीमों में ट्रांसफर किया जा सकता है। खिलाड़ियों के दूसरी टीम में जाने के लिए दोनों टीमों की सहमति जरूरी होगी। हालांकि, सिर्फ उन्हीं विदेशी खिलाड़ियों का ट्रांसफर हो सकता है, जिसने लीग में तब तक 2 या उससे कम मैच खेले हों।सीएसके और राजस्थान की वापसी से लगा तड़का
इस सीजन में राजस्थान और चेन्नई सुपर किंग्स की टीम 2 साल का निलंबन खत्म होने के बाद एक बार फिर से आईपीएल में वापसी करेंगी। इससे पहले आईपीएल के इतिहास में ऐसा कभी भी नहीं हुआ कि कोई टीम निलंबित होने के बाद वापस इस टूर्नामेंट में खेलने उतरी हो। धौनी एंड कंपनी के प्रशंसक उन्हें दोबारा मैदान पर देखने के लिए बेताब हैं। उन्हें उम्मीद होगी कि पीली जर्सी वाली टीम तीसरी बार खिताब पर कब्जा जमाने में कामयाब रहेगी।

Posted By: Abhishek Kumar Tiwari