इराक की राजधानी बगदाद के ग्रीन जोन में बुधवार देर रात ईरान ने दो रॉकेट दागे। बता दें कि जिस इलाके में ईरान ने रॉकेट दागे हैं वहां अमेरिका सहित कई विदेशी दूतावास स्थित हैं।


बगदाद (एएनआई)। इराक की राजधानी बगदाद के ग्रीन जोन में गुरुवार को दो रॉकेट गिरे। अभी तक किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। ग्रीन जोन में सरकारी इमारतें और अमेरिका सहित कई विदेशी दूतावास स्थित हैं। बता दें कि बुधवार को इराक के दो अमेरिकी सैन्य ठिकानों पर ईरान ने करीब 22 मिसाइलें दागीं थीं। यह हमला पिछले हफ्ते ईरान में अमेरिकी ड्रोन हमले में मारे गए सैन्य जनरल कासिम सोलेमानी के जवाब में किया गया था। ईरानी मिसाइलों ने इराक में ऐन अल-असद एयर बेस में सात इमारतों को क्षतिग्रस्त कर दिया है, जिसमें अमेरिकी सैनिक रहते थे। सैटेलाइट की तस्वीरों से इस बात का खुलासा हुआ है। तस्वीरों में देखा गया हैं कि इमारतों में से कुछ पूरी तरह से गायब हो गए हैं। केवल दूसरों के हिस्से कुछ चीजें रह गई हैं। हालांकि, अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बयान जारी कर कहा है कि इन हमलों में किसी भी अमेरिकी को नुकसान नहीं हुआ है। ईरान को नहीं देंगे परमाणु हथियार रखने की अनुमति
इराक में मिसाइल हमलों के बाद व्हाइट हाउस में मीडिया को संबोधित करते हुए ट्रंप ने कहा, 'हमें कोई हताहत नहीं हुआ। हमारे सभी सैनिक सुरक्षित हैं और हमारे सैन्य ठिकानों पर केवल न्यूनतम क्षति हुई है। अब वह अमेरिकी ठिकानों पर नए हमले की योजना बना रहे हैं लेकिन हमने उसे रोक दिया है। सोलेमानी को मारकर हमने आतंकवादियों को एक शक्तिशाली संदेश भेजा है। अगर आप अपने खुद के जीवन को महत्व देते हैं तो आप हमारे लोगों को नुकसान नहीं पहुंचाएंगे।' इसके अलावा ईरानी नेताओं और लोगों को एक सीधे संदेश देते हुए ट्रंप ने कहा कि अमेरिका सभी के साथ शांति को गले लगाने के लिए तैयार है। उन्होंने कहा, 'ईरान के लोगों और नेताओं के लिए, हम चाहते हैं कि आपके पास एक बेहतर भविष्य हो, जिसके आप हकदार हैं।' इसके साथ उन्होंने यह भी कहा कि वह ईरान को परमाणु हथियार रखने की कभी अनुमति नहीं देंगे।ईरान ने इराक में अमेरिकी सैन्य ठिकानों पर दागीं मिसाइलें, 80 लोगों को मारने का किया दावाब्रिटेन, जर्मनी, फ्रांस, रूस और चीन को आना होगा एकसाथ


ट्रंप ने कहा, 'कल रात हमपर और हमारे सहयोगियों पर मिसाइल दागे गए, जिसकी फंडिंग पिछले प्रशासन द्वारा की गई थी। सच को पहचानने के लिए ब्रिटेन, जर्मनी, फ्रांस, रूस और चीन को एक साथ आना होगा। उन्हें अब ईरान समझौते के अवशेषों से दूर हो जाना चाहिए जो संयुक्त व्यापक कार्य योजना (जेसीपीओए) हैं। और हम सभी को ईरान के साथ एक सौदा करने की दिशा में काम करना चाहिए जो दुनिया को अधिक सुरक्षित और शांतिपूर्ण जगह बनाता है। हमें एक ऐसा समझौता भी करना चाहिए, जो ईरान को समृद्ध बना सकता है। इस तरह से ईरान को एक महान देश बनाया जा सकता है।'

Posted By: Mukul Kumar