इराक में पिछले कई दिनों से जारी संघर्ष का अब सीधा असर भारत पर पड़ रहा है. इराक संकट ने भारत सरकार के लिए भी मुश्किलें पैदा कर दी हैं. इराक में बंधक भारतीयों को सुरक्षित वानस लाना किसी चुनौती से कम नहीं है. सरकार का कहना है कि वह आतंकियों के द्वारा बंधक बनाये गये 39 भारतीयों को छुड़ाने का प्रयास कर रही है लेकिन इसी बीच एक भारतीय की मौत की खबर आने से सनसनी मच गयी है.


सरकार तथ्य का पता लगाने में जुटीविदेश मंत्रालय के प्रवक्ता के अनुसार दक्षिणी इराक में एक भारतीय का दिल का दौरा पड़ने से निधन होने की खबर की पुष्टि के लिए भारत वहां के भारतीय मिशन से संपर्क में है लेकिन अभी तक संबधित कंपनी से इसकी पुष्टि नहीं हुई है.उन्होंने कहा कि अगर ऐसी कोई दुर्भाग्यपूर्ण घटना हुई है तो मानक प्रक्रिया के तहत उसके पार्थिव शरीर को भारत लाने के लिए सभी तरह की सहायता उपलब्ध कराई जाएगी.सुन्नी चरमपंथियों का कहर जारी
इराक के मोसुल शहर में 40 भारतीयों को बंधक बनाने के आद भी आतंकियों का कहर जारी है. हालांकि अपहर्ताओं के चंगुल से भाग निकलने के आद एक व्यक्ति ने भारतीय अधिकारियों के बारे में कई सूचनाएं उपलब्ध कराई हैं. बंधक बनाए गए भारतीयों को छुड़ाने के लिए भारत इंटरनेशनल रेड क्रेसेंट, इराक सरकार, क्षेत्र के विभिन्न देशों तथा वहां स्थित संयुक्त राष्ट्र सहायता मिशन से मदद की गंहार लगा चुका है. 47 नर्सें भी हैं बंधक


सूत्रों के मुताबिक सरकार बंधक हुई 47 नर्सों के लगातार संपर्क में है. ये नर्सें हिंसा प्रभावित तिकरित के एक अस्पताल फंसी हैं और नर्सों को वहीं पर खाना उपलब्ध कराया जा रहा है. हालांकि बंधक भारतीयों में से एक आतंकियों के कब्जे से भागने में कामयाब रहा है. अब हिंसा प्रभावित क्षेत्रों में 47 नर्सों सहित 103 भारतीय फंसे हैं जबकि 39 भारतीय बंधक बनाये गये हैं.

Posted By: Satyendra Kumar Singh