जिंदगी में कितने ऐसे मौके आते हैं जब आप पहले चांस में वह हासिल नहीं कर पाते हैं जो आपको करना चाहिए फिर आपको जिंदगी सेकेण्ड चास देती है शाहिद कपूर की जर्सी सेकेंड चांस की ही कहानी है यह एक पिता और बेटे के रिश्ते की भी कहानी है पढ़ें पूरा रिव्यू।

फिल्म : जर्सी
कलाकार : शाहिद कपूर, मृणाल ठाकुर, पंकज कपूर, रॉनित
निर्देशक : गौतम तिन्नुरी
रेटिंग : साढ़े तीन स्टार

क्या है कहानी
अर्जुन तलवार ( शाहिद कपूर) एक अच्छा क्रिकेट खिलाड़ी है, लेकिन वह खेलना छोड़ चुका है। अब उसका अपना परिवार है, जिसमें उसकी पत्नी है विद्या तलवार( मृणाल ठाकुर) और बेटा किट्टू ( रॉनित ), किसी ज़माने में अर्जुन के कोच रह चुके माधव ( पंकज कपूर) सर चाहते हैं कि अर्जुन फिर से खेले, लेकिन अर्जुन की पत्नी नहीं चाहती है। लेकिन एक दिन उसका बेटा उससे एक जर्सी मांग देता है और फिर किस तरह से अर्जुन दोबारा लौट आता है मैदान में, यह फिल्म में देखना बेहद दिलचस्प है।

क्या है अच्छा
फिल्म में शुरू से लेकर अंत तक सिर्फ और सिर्फ इमोशन को तवज्जो दी गई गई, बेटा और पिता के बीच एक खूबसूरत बॉन्डिंग है, अधिक मेलोड्रामा नहीं है, भारी भरकम संवाद नहीं है। हर एक किरदार को अच्छे से डिफाइन किया गया है।

क्या है बुरा
कहानी की अवधि थोड़ी कम की जा सकती थी। उसकी वजह से कहानी थोड़ी सी लम्बी जरूर हो गई है।

अभिनय
शाहिद कपूर के करियर की खास फिल्मों में से एक मानी जायेगी। हैदर, कमीने, कबीर सिंह के बाद, यह फिल्म उनके सहज लेकिन कॉम्प्लेक्स किरदार के रूप में यद् किया जायेगा। मृणाल ठाकुर फिल्म में यूं ही नहीं हैं, उनके किरदार को निखरने का मौका मिला है, रॉनित ने बाल कलाकार के रूप में शानदार काम किया है। पंकज कपूर और शाहिद कपूर दोनों ने ही एक दूसरे को कॉम्प्लिमेंट किया है, दोनों के साथ के किरदार कमाल के हैं।

वर्डिक्ट
फिल्म वर्ड ऑफ माउथ से ग्रो करेगी, परिवार के साथ देखी जानी चाहिए

Review By Divya Shrivastava

Posted By: Abhishek Kumar Tiwari