- मसूरी नहर में फेंका शव, गाजियाबाद के ज्वैलर्स ने दोस्तों के साथ दिया घटना को अंजाम

- सर्राफ के शव को तलाशने के लिए नहर में गोताखोर लगाए, हत्यारोपी और दोस्त को पकड़ा

Meerut : गाजियाबाद के रिद्धि-सिद्धि ज्वैलर्स से सोना लेने गए मेरठ के सर्राफ की बेरहमी से हत्या कर शव मसूरी नहर में फेंक दिया गया। क्राइम ब्रांच ने रिद्धि-सिद्धि ज्वैलर्स के मालिक, उसके एक दोस्त को गिरफ्तार कर मृतक की कार को कब्जे में ले लिया है। शव की तलाश के लिए नहर में गोताखोर उतार दिए गए हैं।

सोना वापस लेने पहुंचा था ज्वैलर्स

थाना कोतवाली के चौक नंदराम की कृष्ण वाली गली में सर्राफ सुधीश रस्तोगी का परिवार रहता है। चौक में सुधीश की ज्वैलरी की शॉप है। सुधीश कच्चे सोने से ज्वैलरी तैयार करते थे। गाजियाबाद और आसपास के जिलों में कई बड़ी दुकानों पर सुधीश का कारोबार जुड़ा है। गाजियाबाद क्राइम ब्रांच के प्रभारी राशिद अली ने बताया कि गाजियाबाद की कोतवाली के घंटाघर स्थित रिद्धि-सिद्धि ज्वैलर्स के मालिक रोहित राणा को सर्राफ सुधीश ने ज्वैलरी दी थी। इसके एवज में सुधीश को पांच लाख रुपये देने थे। रोहित राणा पर रकम तैयार नहीं हुई तो सुधीश को 193 ग्राम सोना वापस देने के लिए बुलाया था। सुधीश रस्तोगी मंगलवार तीन बजे गाजियाबाद में पहुंचे। साप्ताहिक अवकाश के कारण रोहित राणा घर से कार कार में बैठकर शोरूम पर पहुंचे। वहां से सुधीश को 193 ग्राम सोना दे दिया। उससे पहले ही रोहित राणा ने अपने दोस्त विजय नगर निवासी इमरान और कामिल को बुला लिया था। दोनों एयर कंडीशनर का काम करते हैं। दोनों के साथ मिलकर सुधीश की दुकान के अंदर ही हत्या कर दी गई। उसके बाद शव को कार में डालकर मसूरी ले गए, जहां पर नहर में डालने के बाद रोहित राणा, इमरान और कलीम वापस आ गए। पुलिस ने रोहित राणा और इमरान को गिरफ्तार कर 193 ग्राम सोना बरामद कर लिया है। दोनों ने सुधीश की हत्या करना कबूल कर लिया।

रिपोर्ट दर्ज नहीं कर रही थी पुलिस

सर्राफ के अपहरण में गाजियाबाद पुलिस रिपोर्ट दर्ज करने से पीछे हट रही थी। परिवार के लोगों ने आईजी से लेकर कार्यवाहक डीआईजी तक के सामने पहुंचकर मामले की जानकारी दी। इसके बाद ही रिपोर्ट दर्ज की गई। उसके बावजूद कोतवाली पुलिस वारदात का खुलासा करने में नाकाम रही है। क्राइम ब्रांच ने ही खुलासा कर दिया।

ऐसे पकड़ में आए

क्राइम ब्रांच ने सर्राफ सुधीश रस्तोगी और ज्वैलर्स रोहित राणा के मोबाइल की लोकेशन निकाली। मसूरी के गांव नाहल के मोबाइल टावर तक दोनों की लोकेशन एक साथ थी। ऐसे में पुलिस ने मसूरी के टोल प्लाजा से फुटेज ली तो पता चला की रोहित राणा की कार भी टोल प्लाजा से गुजरी है, कार को रोहित चला रहा था, जबकि पास में इमरान बैठा था। पीछे की सीट पर कलीम बैठा हुआ था। उसी के पास शव रखा था। उसके बाद क्राइम ब्रांच ने रोहित हिरासत में ले लिया। रोहित की निशानदेही पर इमरान को भी पकड़ लिया है, जबकि पुलिस की छापामारी से पहले ही कलीम फरार हो गया। रोहित और इमरान ने हत्या करना कबूल कर लिया है।

सर्राफ की गाजियाबाद के ज्वैलर्स ने ही हत्या कराई है। 24 घंटे में ही वारदात का खुलासा करने वाले क्राइम ब्रांच के प्रभारी राशिद को इनाम दिया जाएगा। एसएसपी खुद नहर पर खड़े होकर शव को तलाश रहे हैं। ज्वैलर्स से पूछताछ को मैं खुद भी गाजियाबाद में पहुंच चुका हूं।

- सुजीत पांडेय, आईजी, मेरठ जोन

Posted By: Inextlive