RANCHI: मुख्य निर्वाचन आयुक्त सुनील अरोड़ा, निर्वाचन आय़ुक्त अशोक लवासा, सुशील चंद्रा और उप निर्वाचन आय़ुक्त चंद्रभूषण कुमार ने गुरुवार को मुख्य सचिव डॉ। डीके तिवारी व डीजीपी केएन चौबे सहित अन्य अधिकारियों के साथ बैठक कर विधानसभा चुनाव की तैयारियों का जायजा लिया। वहीं, केंद्र और राज्य की इंफोर्समेंट एजेंसीज के नोडल अधिकारियों के साथ भी चुनाव तैयारियों को लेकर समीक्षा बैठक की गई। मुख्य निर्वाचन आयुक्त ने अधिकारियों से कहा कि मतदान के दौरान बिना भय, दबाव व प्रलोभन के मताधिकार का प्रयोग हो, ऐसी व्यवस्था बनाएं।

वोटर की फैसिलिटी को जाना

निर्वाचन आयोग की टीम ने इन अधिकारियों से मतदाताओं की सुविधा के लिए की जा रही व्यवस्था और चुनाव को स्वच्छ, शांतिपूर्ण, निष्पक्ष व पारदर्शी तरीके से कराने के साथ सुरक्षा के लिए हो रहे इंतजामों की जानकारी ली। मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक ने बताया कि निर्वाचन से जुड़ी सभी मशीनरी को आवश्यक निर्देश दिए जा चुके हैं। मुख्य चुनाव आयुक्त ने यह भी निर्देश दिया कि चुनाव में निष्पक्षता और पारदर्शिता बनाए रखने के लिए किसी तरह का समझौता नहीं करें। विधानसभा चुनाव निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से कराने के लिए आयोग पूरी तरह प्रतिबद्ध है।

दिए गए हैं ये निर्देश

- शांतिपूर्ण व पारदर्शी चुनाव के लिए प्रभावी निगरानी व सतर्कता बरतें। हर लेवल पर राजनीतिक दलों की समस्याओं पर ध्यान दें। मतदाता बिना किसी भय, दबाव व प्रलोभन के अपने मताधिकार का प्रयोग करे, ऐसी व्यवस्था बनाएं।

- नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में कड़ी निगरानी रखें, केंद्रीय बलों की पर्याप्त व्यवस्था करें।

- सभी लाइसेंसी हथियारों का सत्यापन करें। हथियार थानों में जमा करवाएं।

- धन के दुरुपयोग की दृष्टि से संवेदनशील निर्वाचन क्षेत्रों की पहचान कर प्रभावी व्यवस्था करें। व्यय संबंधित मामलों की निगरानी के लिए आयोग ने विशेष व्यय पर्यवेक्षक बी। मुरली कुमार को तैनात किया गया है। ये तमिलनाडु और पुदुचेरी के प्रधान महानिदेशक (आइटी) जांच के रूप में सेवानिवृत्त हुए हैं।

- सोशल मीडिया से संबंधित मुद्दों की निगरानी के लिए राज्य और जिला स्तर के मीडिया प्रमाणन और निगरानी समितियां में एक सोशल मीडिया विशेषज्ञ को तैनात किया गया है।

Posted By: Inextlive