...जब अपने ही देने लग जाते हैं धोखा!
Facebook पर भी
रेप व मॉलेस्टेशन को प्रीवेंट करने को लेकर कई सजेशंस व टिप्स भी दिए जा रहे हैं। इसी क्रम में ‘हाऊ टू प्रीवेंट रेप एंड मॉलेस्टेशन’ नाम से एक फेसबुक पेज भी ओपन किया गया है। इस पेज पर रेप व ईव-टीजिंग जैसी घटनाओं से बचने का जिक्र है। इस पेज को अब तक लगभग 350 लोगों ने लाइक किया है।
डिस्ट्रिक्ट में वर्ष 2012 में रेप के 56 व 2011 में 39 मामले रिपोर्ट हुए थे। यह एक साल का आंकड़ा है, लेकिन वर्ष 2013 के शुरुआती तीन महीनों में ही यह आंकड़ा 22 तक पहुंच गया है।
करनी होगी पहल
टाटा मेन हॉस्पिटल के डिपार्टमेंट ऑफ साइकोलॉजी के डॉ संजय अग्रवाल कहते हैं कि महिलाओं को भी अपनी गरीमा समझनी होगी। विज्ञापनों में महिलाओं को कमोडिटी की तरह पेश करना ठीक नहीं है। उन्हें फ्रीडम के नाम पर खुद को डाउनग्रेड होने से बचाना होगा।
-बच्चों को गुड टच और बैड टच के बारे में बताएं।
-यह बताएं की कोई आपमें जरूरत से ज्यादा इंट्रेस्ट तो नहीं ले रहा।
-ज्यादातर अकेले में मिलने की कोशिश तो नहीं कर रहा।
-बेवजह चॉकलेट्स तो ऑफर नहीं कर रहा।
-बच्चों के बारे में हर जानकारी रखें और अवेयर रहें।
-उन्हें हमेशा अपने साथ का अहसास कराएं।
-अकेले में बच्चों को न छोड़ें।
-बच्चों को विश्वास में लें, ताकि वे हर बात आपके साथ शेयर कर सकें।