The Kolhan University is not working properly due to which students are facing lot of problems.


समय से एग्जाम कंडक्ट होगा। रिजल्ट भी एकदम सही समय पर डिक्लेयर कर दिया जाएगा। बिना कोर्स कम्प्लीट हुए एग्जाम कंडक्ट नहीं होगा। सभी कॉलेजेज के कैंपस में वाई-फाई सिस्टम होगा। एडमिशन में ट्रांस्पेरेंसी होगी। एड-ऑन कोर्स का एग्जाम नवंबर से दिसंबर तक हर हाल में कंडक्ट कराया जाएगा। ये कुछ ऐसे वादे हैं, जो कोल्हान यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन ने लगभग 50 हजार स्टूडेंट्स से किया था। लेकिन कहते हैं न, ‘वादे हैं वादों का क्या’ इसी तर्ज पर कोल्हान यूनिवर्सिटी अपना काम कर रही है। सच तो यह है कि कोल्हान यूनिवर्सिटी सिर्फ कहने में बिलीव करती है, करने में नहीं। Course complete होगा और exam समय से?


कोल्हान यूनिवर्सिटी ने समय से कोर्स कम्प्लीट कराने और एग्जाम भी सही समय पर कंडक्ट कराने की बात की थी। ऐसा होना पॉसिबल नहीं है। पार्ट टू का रिजल्ट नवंबर में डिक्लेयर हुआ है। उसके बाद दूसरे एग्जाम, स्पोट्र्स एक्टिविटी और फिर छुट्टियों की वजह से कोर्स समय पर कम्प्लीट नहीं हो पाएगा। इस वजह से एग्जाम भी समय पर होने की उम्मीद नहीं। समय पर result?

समय पर रिजल्ट डिक्लेयर करने की जहां तक बात है, तो हम आपको बताना चाहते हैं कि ग्रेजुएशन पार्ट वन का रिजल्ट अभी तक डिक्लेयर नहीं हुआ है। पार्ट टू का रिजल्ट लास्ट मंथ डिक्लेयर हुआ है। यही स्थिति पीजी का भी है। Wi-fi  का क्या?यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन का कहना था कि सभी कॉलेजेज में वाई-फाई सिस्टम एक्टिवेट कर दिया जाएगा। हकीकत यह है कि सिटी के सिर्फ एक कॉलेज, करीम सिटी की बात छोड़ दें तो किसी भी कॉलेज में आज तक वाई-फाई स्टार्ट नहीं हो पाया है। वीमेंस कॉलेज के आधे कैंपस में ही वाई-फाई सिस्टम एक्टिवेट है।ये कैसी transparency?सभी कॉलेजेज में एडमिशन प्रोसेस में ट्रांसपेरेंसी की बात भी की गई थी। सिटी के को-ऑपरेटिव कॉलेज में बीएड के एडमिशन में हुई गड़बड़ी से ट्रांसपेरेंसी का हाल समझा जा सकता है। यहां तक कि इस गड़बड़ी की जांच के लिए यूनिवर्सिटी ने कमिटी भी बना दी है। इस कमिटी में अरुणा श्रीवास्तव, डीएन महतो और एसएस अख्तर को शामिल किया गया है।Add-on course का क्या होगा?

यूनिवर्सिटी ने एक बार फिर से एड-ऑन कोर्सेज के एग्जाम को इग्नोर कर दिया है। एड-ऑन कोर्स में एडमिशन लेने वाले स्टूडेंट्स ने एग्जाम कंडक्ट कराने को लेकर कई बार हंगामा भी किया, लेकिन रिजल्ट कुछ भी नहीं निकल पाया। केयू के वीसी डॉ सलिल कुमार रॉय ने नवंबर में एड-ऑन कोर्स का एग्जाम कंडक्ट कराने की बात कही थी। नंवबर में नहीं होने के बाद दिसंबर में इस एग्जाम के कंडक्ट कराने भी बात भी उन्होंने की। लेकिन अब दिसंबर में भी यह एग्जाम नहीं हो पाएगा। टीचर्स की कमी और छुट्टियां ज्यादा, तो कैसे होगा काम?कोल्हान यूनिवर्सिटी में टीचर्स की काफी कमी है। यूनिवर्सिटी में कुल 317 टीचर्स की कमी है। सिटी स्थित कॉलेजेज की बात की जाए, तो यहां के सभी कॉलेजेज में टीचर्स की कमी है। सिटी के कोऑपरेटिव कॉलेज में 21, वर्कर्स कॉलेज में 21, ग्रेजुएट कॉलेज में 15, वीमेंस कॉलेज में 8 और एलबीएसएम कॉलेज में 12 टीचर्स की कमी है। एक तो टीचर्स की कमी और दूसरी तरफ ज्यादा छुट्टियां होने की वजह से प्रॉब्लम और बढ़ती जा रही है। यूनिवर्सिटी के वैकेशन कैलेंडर में एक साल में 102 दिनों की ऑफिशियल वेकेशन हैं। इसमें अगर एक साल के सभी संडे को जोड़ दिया जाए, तो छुट्टियां 155 दिनों से भी ज्यादा हो जाएंगी। इनके अलावा कई आकस्मिक छुट्टियां भी होती हैं ,जिसे वेकेशन कैलेंडर में डिक्लेयर नहीं किया जाता। इन कारणों से भी समय पर कोर्स कम्प्लीट नहीं हो पता और स्टूडेंट्स को प्रॉब्लम होती है।RU  में सेशन रेगुलर
रांची यूनिवर्सिटी में सेशन को रेगुलर कर दिया गया है। 2010 में कोल्हान यूनिवर्सिटी रांची यूनिवर्सिटी से अलग हुआ। उसके बाद रांची यूनिवर्सिटी ने तो अपना सेशन रेगुलर कर लिया, लेकिन कोल्हान जिस रफ्तार से चल रहा है उससे आगे चलकर स्टूडेंट्स को परेशानी हो सकती है।Solution क्या है?करीम सिटी कॉलेज में वोकेशनल कोर्स के इंचार्ज डॉ अनवर सहाब इस समस्या से निजात पाने के लिए दो बातों पर जोर देते हैं। पहली तो यह कि समर वेकेशन से पहले ही एग्जाम कंडक्ट करवा दी जाए और दूसरी यह कि सबका एग्जाम एक साथ हो। उनका कहना है कि पार्ट वन, टू और थर्ड का अलग-अलग एग्जाम करवाने की जरूरत नहीं। इसके अलावा वेकेशन को भी कम करने की बात उन्होंने की।

Posted By: Inextlive