-रामसकल यादव हत्याकांड के खुलने लगे हैं राज

-रिमांड में पूछताछ के दौरान कई बातें सामने आईं

JAMSHEDPUR: रामसकल यादव हत्याकांड के मुख्य साजिशकर्ता उपेंद्र सिंह की गिरफ्तारी के साथ ही असलियत परत दर परत खुलने लगी है। दो दिन की रिमांड के बाद पुलिस को इस बात का पता चल गया कि रामसकल यादव की हत्या बिहार के चार शूटर्स ने की थी। जिन्हें हत्या करने के लिए उपेंद्र सिंह ने सुपारी दी थी। उपेंद्र सिंह रामसकल यादव का पार्टनर था। उसने यह हत्या पैसों की खातिर कराई थी। इस हत्या में रामसकल का दूसरा पार्टनर विक्की तापडि़या भी शामिल था। विक्की के साथ पूरी साजिश रची गई थी। शूटर्स को बुलाने में विक्की ने रकम खर्च की थी। रामसकल की हत्या करने वाले चार शूटर्स में एक को जमशेदपुर पुलिस ने बिहार के गया से गिरफ्तार कर लिया है। जबकि दूसरे शूटर ने एक अन्य मामले में पटना में सरेंडर कर दिया है। मगर अभी भी दो शूटर सलाखों के पीछे जाने से बचे हुए हैं। हालांकि, जमशेदपुर पुलिस जल्द उनकी गिरफ्तारी का दावा कर रही है।

गया में पकड़ा गया काई डॉन

उपेंद्र सिंह ने रामसकल यादव की हत्या के लिए बिहार के चार शूटर बबुआ उर्फ मानिक, रोहित उर्फ रविश उर्फ काई डॉन, रंजीत चौधरी उर्फ विमलेश और अभिषेक कुमार को सुपारी दी थी। चारों ने बिहार से आकर हत्या को अंजाम दिया। पुलिस ने चारों शूटर की गिरफ्तारी के लिए दबिश दी। जिसमें गया से जमशेदपुर पुलिस ने रोहित उर्फ काई डॉन को गिरफ्तार कर लिया। वहीं, अभिषेक ने बिहटा मर्डर केस में खुद को पटना में सरेंडर कर दिया है, जबकि अन्य दो शूटर अभी फरार हैं।

याराना होटल था शरणस्थली

रिमांड में पूछताछ के दौरान उपेंद्र सिंह ने कई अहम राज खोले हैं। बिहार में क्राइम का टेरर फैलाने वाले अधिकांश अपराधियों के लिए जमशेदपुर शरणस्थली बन चुका था। बिहार में हत्या, लूट जैसे कई संगीन अपराध करने वाले अपराधी पुलिस से बचने के लिए बिहार छोड़ कर जमशेदपुर आ जाते थे। उन्हें उपेंद्र सिंह के होटल याराना में शरण मिलती थी। मामला शांत होने के बाद वे फिर बिहार जाकर क्राइम की घटनाओं को अंजाम देते थे। रामसकल यादव की हत्या करने वाले शूटर भी याराना होटल में आकर रुके थे। बिहार का कुख्यात अपराधी टूना सिंह करीब आठ माह तक याराना होटल में शरण लिए हुए था। टूना सिंह ने एक माह पहले उपेंद्र सिंह को हथियार लाकर दिया था, जिससे रामसकल यादव की हत्या हुई।

Posted By: Inextlive