Jamshedpur: अगर आप सिटी के कॉलेज में एडमिशन लेकर पढ़ाई किसी कोचिंग इंस्टीट्यूट में करने जा रहे या फिर कॉलेज न जाकर फ्रेंड्स के साथ मस्ती करने के मूड में हैं तो संभल जाइए. शॉर्ट अटेंडेंस की प्रॉŽलम को फेस कर रहे केयू के कॉलेजेज ने अब इससे निपटने की तैयारी शुरू कर दी है. इसकी शुरूआत को-ऑपरेटिव कॉलेज ने किया है. कॉलेज एडमिनिस्ट्रेशन ने स्टूडेंट्स के लिए 75 परसेंट अटेंडेंस कंपल्सरी कर दिया है. इसके साथ यह भी क्लियर कर दिया है कि जिन स्टूडेंट्स का अटेंडेंस इससे कम होगा उन्हें एग्जामिनेशन फॉर्म नहीं भरने दिया जाएगा.

10 परसेंट अटेंडेंस भी नहीं रहता
को-ऑपरेटिव कॉलेज में इन्रॉल्ड स्टूडेंट्स की संख्या लगभग 10 हजार है, जबकि कॉलेज आने वाले स्टूडेंट्स की संख्या 7-8 सौ से भी कम रहती है। कॉलेज के टीचर्स का कहना था कि कॉलेज में कभी भी 25-30 परसेंट से ज्यादा अटेंडेंस नहीं रहता। यूनिवर्सिटी द्वारा भी 75 परसेंट अटेंडेंस को कंपल्सरी करने को लेकर कॉलेजेज को कई बार इंस्ट्रक्शन भेजा जा चुका है, पर कॉलेज लेवल पर इसको लेकर कुछ नहीं हुआ।

गार्जियंस को जाएगा कॉल
को-ऑपरेटिव कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ आरके दास ने कहा कि सभी एचओडी को रिटेन इंस्ट्रक्शन दिया गया है कि वे डिपार्टमेंट में अटेंडेंस के स्टेटस की रिपोर्ट डेली उन्हें भेजें। एक वीक तक लगातार क्लास अटेंड नहीं करने वाले स्टूडेंट्स के गार्जियन को इंफॉर्म किया जाएगा ताकि उन्हें सच का पता चल सके और बच्चे को कॉलेज भेजें। अगर इसके बाद भी अटेंडेंस पूअर रहा तो एचओडी को एक्शन लेने का अधिकार होगा और फाइनली उन स्टूडेंट्स को एग्जामिनेशन फॉर्म भरने से रोक दिया जाएगा।
'शॉर्ट अटेंडेंस की प्रॉŽलम को लेकर आजतक किसी एचओडी ने बात नहीं की। उनके लिए शायद अच्छा होता होगा क्योंकि स्टूडेंट्स के नहीं रहने पर उन्हें भी खाली बैठने और घर जाने का मौका मिल जाता होगा। अब ऐसा नहीं होगा उन्हें अटेंडेंस के स्टेटस की जानकारी डेली देनी होगी.'
-डॉ आरके दास, प्रिंसिपल को-ऑपरेटिव कॉलेज

Report by: amit.choudhary@inext.co.in

Posted By: Inextlive