रांची में बढ़ रहे रोड एक्सीडेंट को देखते हुए सडक़ सुरक्षा समिति की बैठक में कट्स बंद करने का फैसला लिया गया.


रांची (ब्यूरो): राजधानी रांची में एक बार फिर से सडक़ के कट्स बंद किए जाएंगे। रांची जिला प्रशासन से जारी आंकड़ों के मुताबिक पिछले करीब एक साल में रोड एक्सीडेंट में छह सौ अधिक लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। कट्स रहने पर लोग जहां-तहां से रोड क्रॉस करने लगते हैैं और अक्सर हादसे का शिकार हो जाते हैैं। भेजा जाएगा नोटिस


गुटवा ओवरब्रिज पेट्रोल पंप से इटकी तक के कट, बरियातू रोड के कट्स समेत अन्य इलाकों के कट्स बंद किए जाएंगे। सिर्फ सडक़ के कट्स ही नहीं बल्कि हाईवे पर स्थित पेट्रोल पंप के सामने के कट्स को भी बंद किया जाएगा। सडक़ सुरक्षा समिति के सदस्यों का मानना है कि हाइवे पर कई पेट्रोल पंप जिनके सामने अवैध रूप से कट्स खोल दिए गए हैैं। ऐसे पंप संचालकों के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी। अवैध रूप खोले गए सभी पेट्रोल पंप संचालकों को इस संबंध में नोटिस भेजा जाएगा। गौरतलब हो कि पेट्रोल पंप संचालक को पंप के समीप 15 फीट कट खोलने की अनुमति दी जाती है, लेकिन पंप संचालक अवैध रूप से इसे बढ़ा कर 35 फीट तक कर लेते हैं। इससे सडक़ दुर्घटनाओं में इजाफा होता है। एक्सीडेंट में ब्रेक नहीं

राजधानी रांची में रोड एक्सीडेंट में ब्रेक नहीं लग रहा है। रोड सेफ्टी टीम के अनुसार जनवरी 2021 से अप्रैल 2022 तक सडक़ दुर्घटना में 649 लोगों की जान रोड एक्सीडेंट में जा चुकी है, जबकि 485 लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैैं। रोड एक्सीडेंट का बड़ा कारण तेज रफ्तार, रैश ड्राइविंग के अलावा शराब पीकर गाडी चलाना और मोबाइल फोन पर बात करते हुए ड्राइविंग करना है। सडक़ हादसों के सबसे ज्यादा शिकार युवा हो रहे हैं। एन्क्रोचमेंट हटाने का निर्देशराजधानी के विभिन्न चौक-चौराहों पर एन्क्रोचमेंट कर लिया गया है। किसी ने दुकाने खोल ली है, तो किसी ने ठेला, खोमचा, पान दुकान, फल और सब्जी दुकान लगाने लगे। अतिक्रमण के कारण जाम की समस्या के साथ ही साथ रोड एक्सीडेंट की घटनाएं भी बढ़ी हैैं। इसे देखते हुए चौक-चौराहों से एन्क्रोचमेंट हटाने का निर्देश दिया गया है। सिटी के कुछ चौराहों पर कार्रवाई भी शुरू कर दी गई है। निर्णय हुआ है फेल

कट्स बंद करने का निर्णय कए बार पहले भी लिया गया था। तत्कालीन रघुवर सरकार ने रातू रोड, हरमू रोड, मेन रोड समेत दूसरे इलाकों में रोड के करीब सभी कट्स बंद कर दिए गए थे। आवागमन में परेशानी होने पर लोगों ने इसका विरोध किया तो सरकार ने यू-टर्न लेते हुए कट्स को खोलने का आदेश जारी किया था। इलाकों में लोगों ने खुद से ही कट्स खोल दिए।

Posted By: Inextlive