रांची: डॉक्टर को धरती का भगवान ऐसे ही नहीं कहा जाता। किसी को कोई बीमारी चपेट में लेती है तो उसे बचाने के लिए ये डॉक्टर ही आगे आते हैं। लेकिन रिम्स के एक ऐसे डॉ चंद्रभूषण कुमार भी हैं जो न केवल मरीजों को बचाने में अपना रोल निभाते हैं बल्कि उन्हें नया जीवन देने के लिए अपना खून भी डोनेट कर रहे हैं। इतना ही नहीं, लोगों को भी ब्लड डोनेट करने के लिए जागरूक कर रहे हैं। यही वजह है कि लोगों ने उन्हें रक्तवीर की उपाधि दे दी है। अब उनकी इस पहल से लोग जुड़कर ब्लड डोनेट करने को आगे भी आ रहे हैं और जरूरतमंदों को समय से खून मिल पा रहा है।

डोनेशन कैंप लगाने की पहल

राज्य के सबसे बड़े हॉस्पिटल रिम्स में झारखंड का सबसे बड़ा ब्लड बैंक है। जहां पर एक साथ एक हजार यूनिट ब्लड को प्रॉसेस करके स्टोरेज करने की कैपासिटी है। लेकिन पिछले कुछ महीनों से ब्लड बैंक में खून की उपलब्धता ही कम हो गई है। गिनती के ब्लड उपलब्ध होने से जरूरतमंदों को भी मुश्किल से खून मिल पा रहा है। ऐसे में लोगों को राहत देने के लिए ब्लड डोनेशन कैंप लगाए जा रहे हैं। इस कैंप को आर्गनाइज कराने में भी डॉ चंद्रभूषण का अहम रोल होता है।

हर इवेंट में करें ब्लड डोनेट

रिम्स में एमडी पैथोलॉजी की पढ़ाई पूरी कर रहे डॉ चंद्रभूषण का मानना है कि ब्लड डोनेशन को भी लोग अपनी लाइफ में फंक्शन की तरह शामिल कर लें। वहीं हर इवेंट में ब्लड डोनेट करने की योजना बनाएं। साल में कम से कम एक बार अपने बर्थ डे या स्पेशल डे पर भी लोग ब्लड डोनेट करें तो ब्लड क्राइसिस खत्म हो जाएगी। वहीं लोगों को आसानी से बिना किसी रिप्लेसमेंट के खून मिल सकेगा।

गवर्नमेंट से कर रहे अपील

ब्लड डोनेशन को बढ़ावा देने के लिए सरकार से एक योजना बनाने की अपील की है, जिसके तहत रेगुलर ब्लड डोनर को उनके कार्यकाल के दौरान प्रोमोशन में छूट दी जाए। इससे लोग ब्लड डोनेशन के लिए आगे आएंगे। वहीं रेगुलर ब्लड डोनेट करने से उनकी सेहत भी दुरुस्त रहेगी। इससे जरूरतमंदों को खून के लिए दर-दर की ठोकरें खाने से निजात मिल जाएगी।

20 साल की उम्र से कर रहे डोनेट

20 साल की उम्र में ही वह रिम्स में आए थे। उस समय पहली बार ब्लड डोनेट किया। इसके बाद यह सिलसिला थमा नहीं और आजतक चल रहा है। 3-4 महीना पूरा होते ही वह ब्लड बैंक पहुंच जाते हैं। अबतक वह 21 बार ब्लड डोनेट कर चुके हैं। इसके अलावा अपने दोस्तों को भी उनके बर्थडे पर डोनेट करने के लिए ले जाते हैं। वहीं क्राइसिस होने पर सीनियर डॉक्टरों को भी डोनेट करवाने से नहीं हिचकते।

Posted By: Inextlive