RANCHI: घर के बाहर यदि आपने अपना ई-रिक्शा लगा रखा है। तो पूरी रात उसकी देखभाल भी आपको ही करनी होगी। नहीं तो ई-रिक्शा में लगने वाले बैटरी समेत अन्य कई सामान गायब हो जाएगा। जी हां इन दिनों सिटी में ई-रिक्शा में लगी बैटरी चोरी के मामले बढ़े हैं। हर दिन ई-रिक्शा से बैटरी चोरी का मामला सामने आ रहा है। सुखदेव नगर थाना इलाके से दर्जनों ई-रिक्शा की बैटरी चोरी का मामला सामने के बाद पुलिस भी हरकत में आई है।

सुबह तीन-चार बजे

ई-रिक्शा के ओनर्स ने बताया कि सुबह तीन से चार बजे के बीच ही चोर बैटरी चोरी हो रही है। सीसीटीवी फुटेज से भी इस बात का खुलासा हो चुका है। सुबह-सुबह जब लोग गहरी नींद में होते हैं, उसी वक्त ये लोग चोरी के उद्देश्य से कॉलोनी में आते हैं और मौके का फायदा उठा कर बैटरी व अन्य दूसरे सामान चुरा ले जाते हैं। ई-रिक्शा के ओनर पंकज ने बताया कि 10 दिन पहले ही उन्होंने अपनी ई-रिक्शा में नई बैटरी लगवाई थी, लेकिन चोर उसे चुरा ले गए। पंकज ने बताया सीसीटीवी फुटेज के अनुसार सुबह साढे़ तीन बजे के करीब चोर कॉलोनी में आए थे। अंधेरा होने के कारण चोरों का चेहरा क्लियर नहीं दिख पाया। सीसीटीवी फुटेज के अनुसार गली में आने वाले चोर भिखारी के वेश में होते हैं। उनके पास सारा औजार भी होता है जिससे वे गाड़ी से बैटरी खोल सकें। बैटरी खुलते ही झोला में डाल कर वे रफुचक्कर हो जाते हैं।

नए बैटरी की कीमत 8 हजार

गाड़ी से खोली गई बैटरी को ये लोग कबाड़ी वाले या बैटरी दुकानदार को आधे से भी कम दाम में बेच देते हैं। ई-रिक्शा में 110 से 130 एंपियर की बैटरी लगती है, जिसकी मार्केट में कीमत 8300 रुपए से 9200 रुपए तक है। एक ई-रिक्शा में चार में बैटरी लगती है। एक के डाउन होने पर दूसरी बैटरी से गाड़ी चलती है। ई-रिक्शा में टोटल 33 हजार की बैटरी लगती है। कबाड़ी वाले ने बताया कि वह 70 से 75 रुपए केजी के भाव से बैटरी खरीदते है। कौन कहां से बैटरी लेकर आ रहा है, इसका कोई डिटेल नहीं रखते।

सुखदेव नगर थाना क्षेत्र के शांति नगर, रुगड़ी गढ़ा, मधुकम से लगातार बैटरी चोरी के मामले सामने आ रहे थे। इसे देखते हुए इलाके में छापेमारी की गई। इसमें रोहित नामक एक युवक को एरेस्ट किया गया है। वह रुगड़ी गढ़ा का ही रहने वाला है। उसकी निशानदेही पर गिरोह के दूसरे लोगों को भी जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

- ममता कुमारी, थाना प्रभारी

क्या कहते हैं चोरी के शिकार

खून पसीने की कमाई से ई-रिक्शा लिए है। इसी से रोजी-रोटी चल रहा है। लेकिन बैटरी चोरी होने के बाद पांच दिन से बैठे हुए है। नया बैटरी लेंगे तो गाडी चलेगा।

- पंकज

सरकार ने हमे रहने के लिए क्र्वाटर दिया है। मैं पहले तत्ले पर रहता है। जिस कारण ई-रिक्शा बाहर ही लगाना पडता है। चोर रात के अंधेरे में आते है और बैटरी चुरा ले जाते है। पुलिस में कई बार कम्पलेन किया गया, लेकिन कोई असर नहीं हुआ।

- सोनू

कॉलोनी में पुलिस पेट्रोलिंग नहीं करती है। यदि सुबह-सुबह पुलिस गश्ती करने लगे तो चोरी की वारदात रुक जाएगी और चोर भी पुलिस की गिरफ्त में आ जाएंगे। कई ऑटो चालकों के बैटरी चोरों ने चुरा लिए है।

- संदीप

Posted By: Inextlive