Ranchi: लीलावती देवी. एक जवान बेटे की मां. और दो छोटी व प्यारी बच्चियों की 'बड़ी मांÓ भी. बहुत प्यार था उसे अपने बच्चों से. बेटे से उसे बहुत उम्मीदें थीं. कोई बेटी नहीं होने के कारण अपने देवर की दो बेटियों को लीलावती अपनी सगी बेटियों की तरह लाड़-प्यार करती थी. एक पांचवीं में पढ़ती थी और उससे छोटी वाली दूसरी क्लास में. कुछ दिनों से लीलावती का बेटा यूपी में एक ईंट भट्ठे में काम कर रहा था. अभी वेडनसडे को ही वह मांडर थाना क्षेत्र के दर्जीगाड़ी गांव स्थित अपने घर आया था. अपने कलेजे के टुकड़े लाडले बेटे के काफी दिनों बाद हुए दीदार से मां लीलावती का कलेजा ठंडक महसूस कर रहा था. लेकिन उसी शाम लीलावती के उसी कलेजे के टुकड़े ने उसके दिल उम्मीदों सपनों विश्वास रिश्ते और इज्जत के टुकड़े-टुकड़े कर दिए. अपने देवर की जिन दो बच्चियों को वह अपनी बेटी की तरह प्यार करती थी उनमें से एक बच्ची का उसके बेटे ने रेप कर डाला. विक्टिम की छोटी बहन ने जब अपने इस दरिंदे भैया को यह घिनौनी हरकत करते देख लिया तो उस भैया ने अपनी इन दोनों चचेरी बहनों को गला घोंटकर मार डाला और उनकी डेड बॉडीज कुएं में फेंक दी. बेटे की इस घिनौनी हरकत और अपनी लाडली बच्चियों के साथ हुए जुल्म से लीलावती इतनी टूट गई कि उसने अपनी जान दे दी. भारी मात्रा में गीली मिट्टी खाकर लीलावती ने सुसाइड कर लिया.


क्या है मामला?
घटना मांडर के दर्जीगाड़ी गांव की है। लीलावती देवी का बेटा विजय महतो वेडनसडे को अपने काम से गांव लौटा था। उसी शाम वह मिठाई-बिस्कुट खिलाने के बहाने अपनी दो चचेरी बहनों को फुसलाकर गांव के बाहर ले गया। इस बीच वह दोनों बहनों में से बड़ी वाली को सुनसान जगह देखकर एक खेत में ले गया और वहां उसका रेप किया। बच्ची खुद को उसके चंगुल से छुड़ाने की कोशिश करती रही। इस दौरान उस बच्ची की छोटी बहन ने यह सबकुछ देख लिया। इसपर विजय ने दोनों बहनों का मर्डर कर दिया और उनकी डेड बॉडीज को एक कुएं में फेंक दिया। जब इस बात की जानकारी ग्रामीणों को हुई, तो उन्होंने विजय महतो को रातभर पेड़ से बांध कर पीटा। थर्सडे की सुबह पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और विजय महतो को अरेस्ट कर अपने साथ ले गई।

और मां ने दे दी जान
बेटे विजय की करतूत से लीलावती इतनी शर्मसार हो गई कि उसने सुसाइड करने का फैसला कर लिया। वेडनसडे की देर रात को ही वह घर के पिछवाड़े गई और वहां खेत की गीली मिट्टी खाने लगी। उसे मिट्टी खाते वक्त किसी ने नहीं देखा। धीरे-धीरे उसने काफी मात्रा में मिट्टी खा ली। इसके बाद उसकी तबीयत खराब हो गई। परिजन उसे इलाज के लिए मांडर रेफरल अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने उसे रिम्स ले जाने की सलाह दी। पर, परिजन उसे रिम्स के बजाय गांव ले गए, जहां उसने दम तोड़ दिया।

'मैं ऐसा नहीं करना चाहता थाÓ
विजय महतो ने पुलिस को दिए अपने कन्फेशन में कहा है कि वह ऐसा नहीं करना चाहता था। उसके सिर पर जुनून सवार था। उसने कहा कि वह दोनों बहनों को एक सुनसान जगह पर ले गया था, जहां उसने दोनों बहनों में से बड़ी बहन के साथ जोर-जबरदस्ती की। पकड़े जाने के डर से उसने सबसे पहले छोटी बहन का मर्डर करके उसकी डेड बॉडी को कुएं में डाला। उसके बाद बड़ी बहन को नेकेड कंडीशन में गला घोंटकर मार डाला और उसकी डेड बॉडी को भी कुएं में फेंक दिया।

पहले भी कर चुका है छेड़छाड़
विजय महतो इससे पहले भी गांव की एक लड़की के साथ छेड़छाड़ कर चुका है। उसने उस लड़की को अकेले पाकर पटक दिया था। लड़की ने इसकी जानकारी अपने परिजनों को दी थी। परिजनों ने विजय को ढूंढऩा शुरू किया, तो विजय डर से गांव से फरार हो गया। वह दो महीनों तक गांव से फरार रहा था और यूपी में एक ईंट-भट्ठे में जाकर मजदूरी करने लगा था। मामला शांत होने के बाद विजय वेडनसडे को घर लौटा और अपनी चचेरी बहनों के साथ दरिंदगी कर बैठा। विजय की शादी भी होनेवाली थी, पर उसकी करतूत की खबर सुनकर उसके वुड बी इनलॉज भी दंग हैं।

Posted By: Inextlive