RANCHI : रेलवे ने ट्रेनों में महिला पैसेंजर्स के लिए कोच तो रिजर्व कर दिए, लेकिन उसमें महिलाओं का सफर करना किसी 'जंग' लड़ने से कम नहीं है। प्लेटफॉर्म पर ट्रेन रुकते ही महिला बोगियों में पुरुष पैसेंजर्स अवैध कब्जा जमा लेते हैं। रविवार को आई नेक्स्ट की टीम ने रांची रेलवे स्टेशन पर एलेप्पी एक्सप्रेस, रांची-भागलपुर एक्सप्रेस और वनांचल एक्सप्रेस की महिला बोगियों का रियलिटी चेक किया तो इसमें पुरूष पैसेंजर्स बेखौफ सफर करते नजर आए। न तो पकड़े जाने और न ही जुर्माना देने का डर। नियमों को धत्ता बताकर वे महिला बोगी में महिला सीट पर आराम से बिंदास सफर कर रहे हैं।

इन ट्रेनों का रियलिटी चेक

ट्रेन- वनांचल एक्सप्रेस

समय- दोपहर 2. 47 बजे

प्लेटफॉर्म संख्या- एक

दोपहर 2.47 बजे रांची रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर एक पर वनांचल एक्सप्रेस आकर रुकी, तो महिला पैसेंजर्स अपनी ही बोगी में नहीं चढ़ पा रही थीं। बोगी में कुछ पुरुष पैसेंजर्स बेखौफ घुस रहे थे तो आधा दर्जन पैसेंजर्स पहले से ही सीटों पर कब्जा जमाए बैठे थे। आई नेक्स्ट ने जब इनसे पूछा कि वे कैसे महिला बोगी में सफर कर रहे हैं तो किसी ने जेनरल बोगी में बैठने की जगह नहीं होने तो किसी ने महिला परिजन के साथ होने की बात कहकर पल्ला झाड़ लिया।

ट्रेन- धनबाद-एलेप्पी एक्सप्रेस

समय- दोपहर 3.04 बजे

प्लेटफॉर्म नंबर- दो

लंबी दूरी की इस ट्रेन की महिला बोगी भी महिलाओं के लिए सुरक्षित नहीं है। ट्रेन रांची रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म संख्या दो पर आकर रूकी तो इस बोगी में महिला से ज्यादा पुरुष यात्री सफर कर रहे थे। इन्होंने कहा कि महिला परिजनों के साथ साथ इस बोगी में हैं। आज जमाना खराब हो गया है, ऐसे में उन्हें अकेले सफर करने देने में डर लगता है। इस कारण ही महिला बोगी में भी अपने परिजन के साथ बैठे हैं।

ट्रेन- रांची-भागलपुर एक्सप्रेस

समय- दोपहर 3.07 बजे

प्लेटफॉर्म संख्या- एक

दोपहर 3.07 बजे जैसे ही रांची-भागलपुर एक्सप्रेस प्लेटफॉर्म संख्या एक पर आकर रूकी, महिला बोगी में चढ़ने के लिए पुरुष पैसेंजर्स दौड़ पड़े। इनमें हड़बड़ी ऐसी थी मानों उन्होने इस बोगी की सीटें रिजर्व करा ली हो.महिला बोगी में चढ़ने की वजह पूछे जाने पर इन्होंने बताया कि वे अपने परिजन को छोड़ने के लिए आए हैं। ट्रेन के खुलने के बाद चले जाएंगे। इस दौरान वे दोनों तरफ की सीटों पर कब्जा जमाए बैठे रहे।

सिक्योरिटी और वीडियो रिकॉर्डिग भी, पर कार्रवाई नहीं

ट्रेनों में महिला बोगियों में बैठे पुरुष यात्रियों को उतारने की जिम्मेदारी आरफीएफ की है। यहां के नजारे की वीडियो रिकॉर्डिग भी की जाती है, लेकिन फिर भी महिला बोगियों में पुरूष पैसेंजर्स आराम से जर्नी करते हैं। ट्रेन आने के टाइम प्लेटफॉर्म पर तैनात तो रहते हैं, लेकिन देखना उचित नहीं समझते कि महिला बोगी में कौन सफर कर रहा है। खास बात है कि ट्रेनों में महिलाओं के साथ हो रही घटनाओं के बाद भी महिला बोगी में भी सुरक्षा को लेकर रेलवे प्रशासन कदम नहीं उठा रहा है।

16 जनवरी को महिला पैसेंजर की शिकायत पर हुई थी कार्रवाई

16 जनवरी को रांची रेलवे स्टेशन पर एलेप्पी एक्सप्रेस की महिला बोगी में कुछ पुरुष पैसेंजर्स जबरन घुस गए थे। महिलाओं के बार-बार रिक्वेस्ट के बाद भी वे बोगी से निकलने को तैयार नहीं थे। ऐसे में एक महिला पैसेंजर ने रेलमंत्री सुरेश प्रभु को इसकी ऑनलाइन शिकायत कर दी। रेलमंत्री का फरमान जब साउथ इस्टर्न रेलवे को मिला तो वह तुरंत हरकत में आया। आरपीएफ की टीम ने इस ट्रेन की महिला बोगी में सर्च ऑपरेशन चलाया और दस पुरुष पैसेंजर्स को हिरासत में लेकर जुर्माना लगाया था।

Posted By: Inextlive