रांची: नक्सली प्यार नहीं करते, ऐसी बात नहीं है। प्रेम की खातिर कई नक्सली हथियार डालकर मुख्यधारा में लौट चुके हैं। ताजा उदाहरण झारखंड का हार्डकोर और 10 लाख का ईनामी नक्सली जीवन कंडुलना है, जो बंदूक छोड़कर मुख्यधारा लौट आया है। झारखंड सरकार ने जीवन पर दस लाख का ईनाम घोषित किया था। जानकारी के अनुसार, प्यार के आगे दुर्दात नक्सली का दिल पसीज गया और उसने रांची में सरेंडर कर दिया। फिलहाल जीवन को किसी गुप्त स्थान पर रख कर उससे पूछताछ की जा रही है। पूछताछ पूरी होने के बाद उससे विधिवत आत्मसमर्पण करवाया जाएगा।

महिला नक्सली से हुआ प्यार

हार्डकोर नक्सली जीवन कंडुलना के बारे में जो जानकारी मिली हैं उसके अनुसार, उसने 7 दिन पहले भाकपा माओवादी संगठन को हमेशा के लिए अलविदा कह दिया। जानकारी के अनुसार, जीवन कंडुलना को संगठन में ही महिला नक्सली निर्मला से प्यार हो गया था। दोनों के प्यार की चर्चा संगठन में आम हो गयी थी।

पत्‍‌नी के जेल जाने से निराशा

कुछ सालों बाद दोनों को एक बच्चा भी हुआ। जीवन कंडुलना अपने बच्चे से बेहद प्यार करता है। इसी बीच जीवन कंडुलना की पत्नी और नक्सली निर्मला गिरफ्तार हो गयी और जेल में रहने लगीं। पत्नी के जेल जाने के बाद जीवन का संगठन में मन नहीं लगा। संगठन के शीर्ष नक्सलियों ने जीवन को निर्मला की याद से निकलने को कहा।

बच्चे के इलाज की नहीं मिली इजाजत

जानकार बताते हैं कि जीवन का बच्चा गंभीर रूप से बीमार था। और उसके इलाज के लिए संगठन से स्वीकृति लेने की बात थी। जीवन को उसके लिए बेंगलुरु जाना था। लेकिन हार्डकोर नक्सली मिसिर बेसरा ने इजाजत नहीं दी। तभी से जीवन ने मन बना लिया कि वो बच्चे के लिए संगठन छोड़ेगा। और उसने पुलिस के समक्ष सरेंडर कर दिया।

कौन है जीवन कंडुलना

नक्सल प्रभावित खूंटी जिले के रनिया का रहने वाला जीवन दुर्दात नक्सली है। खूंटी सहित सरायकेला और सारंडा के जंगलों में उसका राज चलता था। हाल ही में झारखंड पुलिस की तरफ से 12 ईनामी नक्सलियों की सूची में जीवन का भी नाम है। खूंटी पुलिस ने जीवन के घर जाकर उसके परिवार वालों को समझाया था कि वे जीवन को आत्मसमर्पण करने के लिए प्रेरित करें।

Posted By: Inextlive