RANCHI: इस बार राजधानी में दिवाली कूड़े के ढेर के बीच मनेगी। इसके अलावा रांची में रहने वाले लोगों के पास और कोई चारा भी तो नहीं है। लोग अपने घरों की सफाई तो कर रहे हैं, लेकिन रोड पर आते ही उनकी सांसे फूल रही हैं। शहर की ऐसी नरकीय स्थिति देखकर लोग रांची नगर निगम को कोस रहे हैं। लोग भी यही कहते हुए नजर आ रहे हैं कि जब दिवाली जैसे पर्व में यह हालत है तो बाद में क्या होगा। वहीं अगले हफ्ते से छठ की तैयारियों में भी लोग जुट जाएंगे। इसके बावजूद रांची नगर निगम सफाई को लेकर गंभीर नहीं है।

एजेंसी के सभी दावे फेल

सिटी में सफाई करने वाले एजेंसी के सभी दावे फेल साबित हो रहे हैं। जगह-जगह कचरे को देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है कि एजेंसी के अधिकारी केवल अपनी साख बचाने के लिए निगम के अधिकारियों को झांसा दे रहे हैं। लेकिन सच्चाई कुछ और ही है। एक तो एजेंसी ने पहले की तुलना में स्टाफ्स की संख्या में कमी कर दी है। वहीं रेगुलर कचरे का उठाव नहीं होने से भी लोग परेशान हैं।

अधिकारी क्यों दे रहे एक्सटेंशन

सफाई व्यवस्था से त्रस्त तो पब्लिक पहले से ही है। अब पार्षद भी सफाई को लेकर परेशान हैं। पार्षदों की मानें, तो जब एजेंसी ढंग से सफाई नहीं करा पा रही है तो उसे बार-बार मौका क्यों दिया जा रहा है। कहीं इसमें भी तो अधिकारियों की मिलीभगत नहीं है। एजेंसी को डिबार करने के बाद ब्लैकलिस्टेड करने की बात थी। लेकिन अधिकारियों ने नोटिस देकर तीन महीने का समय बढ़ा दिया।

जानिए, कहां क्या हैं हालात

चडरी सरना समिति

चडरी सरना समिति के आफिस के सामने ही कचरे का अंबार लगा हुआ है। इस वजह से रोड पर जाम लग रहा है। साथ ही वहां से गुजरने वाले लोगों को सांस लेना भी मुश्किल हो रहा है।

कोकर

माहेश्वरी स्वीट्स के पास ही निगम का कूड़ादान लगा है। जहां कचरा ओवर फ्लो होकर रोड पर बिखर रहा है। वहीं, आवारा पशुओं की वजह से कचरा चारों ओर फैलता जा रहा है।

पीस रोड

शहर के पॉस इलाकों में पीएस रोड की गिनती की जाती है। लेकिन वहां भी कई दिनों से कचरा जमा है। दिवाली में सफाई के कारण कचरा अधिक निकलता है। लेकिन निगम की गाडि़यां कचरा उठाने नहीं आ रही हैं।

कांटाटोली

निगम सिटी को स्वच्छ शहरों की लिस्ट में लाने में लगा है। लेकिन कांटाटोली स्थित उर्दू पब्लिक स्कूल के सामने गंदगी का ढेर है। न तो सफाई एजेंसी का ध्यान है और न ही निगम के अधिकारी इसे लेकर गंभीर हैं।

Posted By: Inextlive