वर्ल्ड ओआरएस डे आज
-एक हजार की आबादी पर डायरिया से 50 की मौत
-राजधानी के आसपास के इलाके की स्थिति भयावह RANCHI (28 July) : राजधानी और आसपास के इलाकों में डायरिया से मरने वालों की संख्या बढ़ती ही जा रही है। आंकड़ों की बात करें तो यह चिंताजनक है। प्रत्येक एक हजार की आबादी पर हर दिन भ्0 की मौत डायरिया से होती है। ये आंकड़े स्वास्थ्य विभाग के है जो बताते है कि अज्ञानता की वजह से यह आंकड़ा बढ़ता ही जा रहा है। ख्9 जुलाई को वर्ल्ड ओआरएस डे के मौके पर लोगों को अवेयर कर रहा आईनेक्स्ट। झारखंड में हजार पर भ्0 की मौत डायरिया सेआंकड़ों की बात करें तो राज्य में प्रत्येक एक हजार की आबादी पर भ्0 बच्चों की मौत डायरिया से होती है। इसमें सबसे ज्यादा संख्या पांच वर्ष से कम आयु के बच्चें शामिल है। अगर लोगों में अवेयरनेस बढ़ाने के लिए इस ओर ध्यान नहीं दिया जाता है तो आने वाले दिनों में स्थिति और भयावह हो जाएगी।
हास्पिटलों में बढ़ी मरीजों की संख्याइन दिनों सिटी के हास्पिटलों में भी डायरिया के मरीजों की संख्या काफी बढ़ गई है। और इसका सबसे बड़ा कारण गंदे पानी का इस्तेमाल किया जाना है। इस वजह से लोग डायरिया की चपेट में आ रहे है। इन दिनों रिम्स और सदर हास्पिटल में भर्ती होने वाले अधिकतर पेशेंट्स डायरिया से पीडि़त है। वहीं उन्हें यह नहीं मालूम की ओआरएस होता क्या है। ऐसे में उनकी स्थिति बिगड़ जाती है और उनकी जान पर बन आती है। ओआरएस (ओरल रिहाइड्रेशन साल्ट) डायरिया होने की स्थिति में शरीर को पर्याप्त उर्जा देने का काम करता है। इससे मरीज का शरीर कमजोर नहीं होता और उसे भरपूर ऊर्जा मिलती रहती है।
ओरमांझी, सोनाहातू और नामकुम में ज्यादा मरीज स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार राजधानी के आसपास के इलाके नामकुम, ओरमांझी, सोनाहातू और सिल्ली में सबसे ज्यादा डायरिया के मरीज है। इसके लिए सबसे अज्ञानता और गंदे पानी का इस्तेमाल जिम्मेवार है। बारिश का मौसम होने की वजह से लोगों को साफ पानी नहीं मिल पाता है। इस वजह से लोगों को पानी से जुड़ी कई अन्य बीमारियां भी होती है। जिसमें भी ओआरएस का सेवन फायदेमंद है। डॉक्टर का वर्जनअक्सर देखा जाता है कि उल्टी, दस्त हो जाने से शरीर में जरूरी एलिमेंट्स की कमी हो जाती है। ऐसे में ओआरएस एलिमेंट्स की पूर्ति करता है। वहीं कमजोरी होने पर भी इसका घोल लिया जा सकता है। इसके सेवन से कोई नुकसान नहीं होता है। साथ ही इसमें वे सारे तत्व मौजूद है जो आपको एनर्जी देता है।
डॉ.अजीत