पीएचडी की राह में एमफिल बना रोड़ा
नहीं निकला एक भी बैच
पीजी की पढ़ाई पूरी कर चुके वैसे स्टूडेंट्स जो पीएचडी करना चाहते हैं, वो काफी परेशान हैं, क्योंकि पीएचडी रजिस्ट्रेशन के लिए एंट्रेंस लिया जा रहा है और न ही एमफिल का एक भी बैच यहां कंप्लीट हुआ है। इतना ही नहीं, पीएचडी करने के इच्छुक स्टूडेंट्स के लिए भी यूनिवर्सिटी की ओर से कोई अल्टरनेटिव अरेंजमेंट नहीं किया जा रहा है। ऐसे में स्टूडेंट्स के सामने एमफिल के बगैर पीएचडी करने की कोई अपॉच्र्युनिटी नहीं है।
रांची यूनिवर्सिटी में पीएचडी रजिस्ट्रेशन के लिए सिर्फ तीन बार एंट्रेंस टेस्ट लिया गया। 2004 में दूसरी बार और 2011 में तीसरी व लास्ट बार पीएचडी एंट्रेंस टेस्ट के बाद इसपर यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन ने रोक लगा दी।
बढ़ गई है टेंशन
आरयू से पीजी कर चुके भागीरथ आर्या का कहना है कि पीएचडी रजिस्ट्रेशन के लिए एंट्रेंस टेस्ट बंद होने से हमारी टेंशन बढ़ गई है। एक तो एमफिल में सीट्स कम है। ऐसे में जिन स्टूडेंट्स का एडमिशन एमफिल में नहीं होता है, उनके सामने पीएचडी करने का यहां कोई और ऑप्शन नहीं बचता है।