सरकारी गाडि़यां उड़ा रहीं काला धुआं
- सिटी में पॉल्यूशन का बढ़ा रहे है लेवल
- बाहर से आने वाली गाडि़या भी आबो हवा को कर रही दूषित - डिपार्टमेंट की इसपर नहीं है नजर ह्मड्डठ्ठष्द्धद्ब@द्बठ्ठद्ग3ह्ल.ष्श्र.द्बठ्ठ RANCHI (18 ष्ठद्गष्) : राजधानी में पॉल्यूशन का लेवल तेजी से बढ़ रहा है। इसके लिए ज्यादातर लोग गाडि़यों को जिम्मेवार बता रहे हैं। लेकिन सच्चाई कुछ और ही है। सिटी की सड़कों पर सालों पुरानी गाडि़यां दौड़ रही हैं। वहीं, सरकार की अनफिट गाडि़यां भी पॉल्यूशन का लेवल बढ़ाने में कोई कसर नहीं छोड़ रही हैं। इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि सरकारी गाडि़यां काला धुआं छोड़ रही हैं। फिर भी न तो इसे दुरुस्त कराने को लेकर कोई कदम उठाया जा रहा है और न ही हटाने को लेकर। इससे समझा जा सकता है कि अधिकारी से लेकर आम पब्लिक तक सभी लापरवाह बने हुए हैं। बाहरी गाडि़यां करती हैं प्रदूषितहर दिन सिटी में बाहर से भी गाडि़यां आती हैं। इनमें बिहार, ओडि़शा, बंगाल के अलावा अन्य जिलों की गाडि़यां भी होती हैं। इन गाडि़यों में कई ऐसी गाडि़यां होती हैं, जो बहुत धुआं छोड़ती हैं। ऐसे में जितनी देर शहर में होती हैं यहां की आबो हवा को दूषित करती रहती हैं, जिसका खामियाजा सिटी के लोग ही भुगत रहे हैं।
निगम के ट्रैक्टर फैक्ट्री की तरह उगल रहे धुआं नगर निगम ने कचरा कलेक्शन के लिए ट्रैक्टर रखा है, जिसमें से ज्यादातर ट्रैक्टर की हालत खराब है। मेंटेनेंस नहीं होने के कारण ये ट्रैक्टर भी बदहाल हैं। अब कचरा उठाने के बाद गाडि़यों में लोड अधिक हो जाता है। ऐसे में निगम के ट्रैक्टर हांफने लगते हैं। वहीं गाडि़यों से धुआं भी किसी फैक्ट्री की तरह निकलने लगता है। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि ये कितना पाल्यूशन हर दिन फैला रहे हैं। पाल्यूशन चेकिंग के नाम पर आईवॉश गाड़ी के कागजात के साथ पॉल्यूशन का सर्टिफिकेट भी अनिवार्य कर दिया गया है। वहीं जो गाडि़यां ज्यादा पाल्यूशन फैलाती हैं उस पर फाइन करते हुए कार्रवाई करने का भी आदेश है। लेकिन ट्रैफिक डिपार्टमेंट केवल सर्टिफिकेट चेक करता है। उन्हें यह भी नहीं पता चलता कि कौन सी गाड़ी कितना पाल्यूशन फैला रही है। इससे समझा जा सकता है कि कैसे पाल्यूशन चेक करने के नाम पर केवल आईवॉश किया जा रहा है। क्या कहते हैं एक्सपर्टमामले में पर्यावरणविद् नितीश प्रियदर्शी का कहना है कि कार्बन तो ज्यादा नहीं बढ़ा है। सल्फर भी अभी ठीक है। लेकिन पीएम 10 और 2.5 काफी बढ़ गया है। अगर ऐसी ही स्थिति रही तो हवा जहरीली हो सकती है। इसलिए अलर्ट हो जाने की जरूरत है। चूंकि यह सेंसीटिव ग्रुप के लिए सही नहीं है।
पार्टिकल स्टैंडर्ड एक्चुअल पीएम 10 -100 100.99 पीएम 2.5 -60 78.36 एसओ 2 -80 4.23 सीओ -02 0.58 --