Ranchi : 'भईया मेरे घर का कूड़ा आप क्यों नहीं ले जा रहे हैं. एक हफ्ते से घर में कूड़ा सड़ रहा है... देखिए मैडम अब हम कूड़ा नहीं ले जाएंगे. मेरी कंपनी इस काम से हट गई है. आप बस मेरा पेमेंट कर दीजिए. मुझे जमा करना है आप लोग ऐसा क्यों कर रहे हैं. अगर आप कूड़ा नहीं हटाएंगे तो हम पैसा नहीं देंगे.Ó थर्सडे को यह बहस हो रही थी कोकर स्थित सुभाष चौक एरिया निवासी हाउसवाइफ पूजा प्रसाद और एटूजेड के वेस्ट कलेक्शन स्टाफ के बीच. यह हाल सिर्फ यहां का ही नहीं है बल्कि आजकल सिटी के हर मोहल्ले कॉलोनीज और अपार्टमेंट्स में रहनेवालों और एटूजेड के कर्मचारियों के बीच वेस्ट कलेक्शन को लेकर यह बहस हो रही है. यह सब हो रहा है तीन दिसंबर को सिटी की सफाई व्यवस्था संभाल रही एटूजेड कंपनी को रांची नगर निगम द्वारा टर्मिनेट कर दिए जाने के कारण. सिटी के गली-मोहल्लों से लेकर चौक-चौराहों तक कूड़े-कचरे का ढेर लगा है.


नहीं हुआ काम का बंटवारासिटी की सफाई व्यवस्था का जिम्मा रांची नगर निगम द्वारा जिन आठ रजिस्टर्ड एनजीओ के बीच बांटा जाना था, उन्हें यह जिम्मा नहीं दिया गया है। उनके बीच काम का बंटवारा थर्सडे को होना था, लेकिन रांची नगर निगम ने यह बंटवारा किया ही नहीं। हालांकि, इनको सिटी की सफाई व्यवस्था एक जनवरी 2014 से संभालनी है। रांची नगर निगम के कर्मचारी और अधिकारी, एटूजेड और रांची नगर निगम के वार्ड पार्षद। इन तीनों की आपसी लड़ाई का नतीजा है कि रांची में जगह-जगह कूड़े-कचरे का अंबार लगा हुआ है और आम पŽिलक परेशान हो रही है। काफी विवाद और आंदोलन के बीच एटूजेड को सिटी की सफाई व्यवस्था का काम मिला। पर अब एटूजेड कंपनी को रांची नगर निगम ने टर्मिनेट कर दिया है। लेकिन, अब भी सिटी की सफाई व्यवस्था नहीं सुधरी है।

Posted By: Inextlive