रांची के 40 साल से कम उम्र के युवा अपने करियर की शुरुआत होने के साथ ही अपने लिए आशियाने का सपना पूरा करने को पहली प्रायरिटी में रख रहे हैं.


रांची (ब्यूरो): रांची रजिस्ट्री ऑफिस के डाटा के अनुसार अक्टूबर-नवंबर के बीच तीन सौ से अधिक अपार्टमेंट में बने फ्लैट की रजिस्ट्री हुई है। इनमें से 40 साल से कम उम्र के युवाओं के नाम ज्यादा रजिस्ट्री हुई है। इसमें से अधिकतर लोगों ने राजधानी रांची में बन रहे हाई राइज बिल्डिंग में अपने नाम से आशियाना खरीदा है।3000 से अधिक इमारतें खड़ी हो चुकी है


अब राजधानी की युवा आबादी सोसाइटी वाले हाईराइज अपार्टमेंट में अपना आशियाना ढूंढ़ रही है। शहर में जमीन की बढ़ती कीमत और विभिन्न सुरक्षा कारणों ने युवाओं के साथ-साथ लोगों का रूझान बदल कर रख दिया है। छत और आंगनवाले घर का कॉन्सेप्ट अब पुराने दिनों की बात होती जा रही है। ऐसे में हाईराइज अपार्टमेंट में फ्लैट्स की बढ़ती मांग ने इनके निर्माण की गति भी तेज कर दी है। राज्य गठन के बाद से राजधानी में तीन हजार से अधिक बहुमंजिली इमारतें खड़ी हो चुकी हैं। पिछले कुछ वर्षों से क्लब हाउस, स्वीमिंग पूल, जिम, स्पोट्र्स कांप्लेक्स जैसी कई तरह की सुविधाओं से युक्त हाइराइज अपार्टमेंट प्रचलन में आ गए हैं।लगातार बन रही हाई राइज बिल्डिंग

रांची शहर में इस समय 50 से अधिक हाईराइज बिल्डिंग का निर्माण जोरों पर है। ये भवनें अरगोड़ा, बरियातू, कांके रोड के अलावा पुंदाग, नामकूम, तुपुदाना और कटहल मोड़ जैसे शहर के बाहरी इलाके में भी निर्माणाधीन हैं। अगले पांच वर्षों में रांची में 100 के करीब हाईराइज बिल्डिंग तैयार खड़ी होंगी। अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त सोसाइटीवाली इन हाइराइज बिल्डिंग में फ्लैट सस्ते नहीं हैं। इलाके के मुताबिक इन निर्माणाधीन भवनों में फ्लैट की कीमत चार हजार से छह हजार रुपए प्रति वर्ग फीट तक है। यानी, दो हजार वर्गफीट के एक फ्लैट की कीमत लगभग एक करोड़ रुपए होती है। महंगी होने के बाद भी हाइराइज बिल्डिंग में खरीदारों की कमी नहीं है। प्रस्तावित बिल्डिंग के ज्यादातर फ्लैट बुकिंग खोलने के छह महीनों के अंदर ही हो जा रही है। बढ़ रहा अपार्टमेंट कल्चर

कंफेडरेशन ऑफ रियल एस्टेट डेवलपर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (क्रेडाई) के सदस्य राकेश अग्रवाल कहते हैं कि हाइराइज बिल्डिंग आज समय की मांग है। जमीन की पर्याप्त उपलब्धता नहीं होने से बिल्डर हाईराइज बिल्डिंग बनाना पसंद करते हैं। विवाद रहित जमीन पर सुविधाओं के साथ फ्लैट मिलना लोगों को भा रहा है। सामान्य तौर पर जमीन की कमी और ऊंची कीमत के कारण बिल्डर हाईराइज बिल्डिंग बनाना चाहते हैं। रांची में जमीन की कमी होने के बाद भी हाइराइज बिल्डिंग का कल्चर थोड़ी देर से आ रहा है। बेहतर तकनीक उपलब्ध होने के कारण हाईराइज भवन पूरी तरह से सुरक्षित हैं। ऊपरी मंजिलों पर लोग शांति अनुभव करते हैं। इस कारण फ्लैटों के बिकने में परेशानी नहीं है।नौकरी करने वाले युवाओं की संख्या अधिक रजिस्ट्री ऑफिस के एक अधिकारी ने बताया कि अपार्टमेंट में फ्लैट की रजिस्ट्री करानेवालों में युवाओं की संख्या अधिक है। इसमें ऑक्यूपेशन में अधिकतर लोग नौकरी लिखते हैं। रजिस्ट्री कराए गए अधिकांश फ्लैट आठ मंजिला या उससे अधिक ऊंची इमारतों में हैं। दूसरे शहरों के व्यापारी भी रांची में फ्लैट बुक कर रहे हैं।रांची के हाई राइज बिल्डिंग में फ्लैट लेने के लिए नौकरी पेशा वाले लोग अधिक संख्या में आ रहे हैं। हाई राइज बिल्डिंग में लोगों की सुरक्षा के लिए भी सभी तरह की सुविधाएं मौजूद रहती हैं और उन्हें कोई परेशानी भी नहीं होती है।राकेश अग्रवाल, सदस्य, क्रेडाइ, झारखंड

Posted By: Inextlive