विश्‍वविद्यालयों में विवाद होना आम बात है पर जब जेएनयू में विवाद होता है तो वो राष्‍ट्रीय मुद्दा बन जाता है। हाल ही में जेएनयू में बिरायानी पाकने को लेकर प्रशासन और स्‍टूडेंट्स के बीच एक बार फिर से विवाद हो गया है। यूनीवर्सिटी ने छात्रों को नोटिस देकर उनपर नियमों का उल्लंघन करने के लिए जुर्माना लगाया है। जेएनयू में ये कोई पहला विवाद नहीं है। इससे पहले भी कई विवाद राष्‍ट्रीय मुद्दों का रूप ले चुके हैं।


1- जेएनयू के प्रशासनिक ब्लॉक के निकट बिरयानी पकाकर संस्थान के नियमों का उल्लंघन करने के आरोप में यूनीवर्सिटी के अधिकारियों ने चार छात्रों पर जुर्माना लगाया है। मुख्य प्रॉक्टर कौशल कुमार की ओर से जारी नोटिस के अनुसार चार छात्रों पर 6,000 रुपये और 10,000 रुपये के बीच जुर्माना लगाया गया है। इन छात्रों ने जून में भवन के निकट कथित रूप से बिरयानी पकायी थी। छात्रों को जारी आदेश में कहा गया, प्रॉक्टोरियल जांच में आपको प्रशासनिक ब्लॉक के निकट भोजन बिरयानी पकाने और इसके बाद अन्य छात्रों के साथ इसे खाने का दोषी पाया गया है। इसमें इस तरह के कार्य को गंभीर प्रकृति का बताते हुए सख्त कार्वाई की बात कही गयी है।
3- जेएनयू के वाइस चांसलर एम. जगदेश कुमार ने जेएनयू के छात्रों के भीतर देशभक्ति का भाव जगाने के लिए केंद्रीय मंत्रियों से सेना का एक टैंक मांगाया था। यह मांग जेएनयू में पहली बार आधिकारिक तौर पर मनाए गए करगिल विजय दिवस के कार्यक्रम में की गई थी। जिसके बाद छात्रों ने जेएनयू में वीसी के विरोध में खूब हंगामा काटा था। जेएनयू वाइस चांसलर का कहना है कि टैंक लगाकर भारतीय सेना के जवानों की शहादत को याद दिलाया जाएगा. जो लोग जेएनयू के छात्रों को देशविरोधी या देशद्रोही मानते हैं।

Posted By: Prabha Punj Mishra