दिव्यांग आर्जव के हौसले को सलाम, बिना आंखों के हाईएस्ट मार्क्स लाकर किया कमाल
आर्जव ने सीबीएसई बोर्ड 12वीं के एक्जाम में जिस शानदार प्रतिभा का प्रदर्शन करते हुए 96 परसेंट मार्क्स हासिल किए हैं, उसे देखकर देश भर के हजारों लाखों ऐसे पेरेंट्स को भी उम्मीद की लौ दिखाई देगी, जिनके बच्चे आर्जव जैसी किसी समस्या से ग्रसित हैं। सीबीएसई द्वारा द्रष्िट बाधित स्टूडेंट्स के लिए 2 साल पहले ही लाए गए स्पेशल साफ्टवेयर JAWS - Job Access With Speech की मदद से आर्जव ने अपनी 12वीं की परीक्षा पास की है। विंडोज ऑपरेटिंग सिस्टम के किसी भी वर्जन पर चलने वाले जॉस प्रोग्राम को यूज करने के लिए संबंधित स्टूडेंट को बोर्ड की प्री परमीशन से अपना कंप्यूटर या लैपटॉप एक्जाम में ले जाने की इजाजत होती है। एक डॉंगल यानि यूएसबी डिवाइस की मदद से जॉस साफ्टवेयर काम करता है, जिसमें स्टूडेंट्स, नॉर्मल या खास ब्रेल कीबोर्ड पर अपने सवालों के जवाब टाइप करता है और उसका कंप्यूटर स्क्रीन पर टाइप की जाने वाले हर एक टेक्स्ट मैटर को ऊँची आवाज में लगातार सुनाता रहता है। स तरह से स्टूडेंट्स अपने एक्जाम में आए सवालों के जवाब सवालों के जवाब कंप्यूटर पर दर्ज कर सकता है। CBSE के इलाहाबाद रीजन में पहली बार प्रयोग की गई इस खास तकनीक के द्वारा एक्जाम देकर हाईएस्ट मार्क्स लाने वाले आर्जव पहले छात्र बन गए हैं। इसके पहले तक द्रष्टि बाधित छात्रों को एक्जाम देने के लिए एक राइटर मिलता था जो उनकी ओर उनका एक्जाम पेपर लिखता था। अब कोई भी दिव्यांग स्टूडेंट बिना किसी की मदद लिए अपना एक्जाम खुद ही दे सकता है।