- डेंगू के वायरस का बच्चों पर ज्यादा असर, बच्चों पर बढ़ा हेमेरेजिक डेंगू का खतरा, बाल रोग विभाग डेंगू पेशेंट से फुल

- कई बच्चों की अब तक डेंगू से हो चुकी है मौत, 350 से ज्यादा वायरल फीवर के पेशेंट वेडनेस डे को ओपीडी में पहुंचे

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KANPUR: मौसम बदलने के बाद भी डेंगू का प्रकोप कम नहीं हुआ है। बल्कि अब यह और खतरनाक हो चला है। इसका सबसे ज्यादा असर बच्चों पर पड़ रहा है। जोकि सबसे ज्यादा डेंगू की चपेट में आ रहे हैं। गवर्नमेंट हो या फिर प्राइवेट हॉस्पिटल्स डेंगू की वजह से यहां बड़ी संख्या में बच्चे एडमिट हैं। अकेले मेडिकल कालेज के बालरोग अस्पताल में ही वेडनसडे को डेंगू पीडि़त ख्8 बच्चों का इलाज हो रहा था। डॉक्टर्स के मुताबिक बीते एक हफ्ते से भर्ती होने वाले बच्चों में हेमेरेजिक डेंगू की प्रॉब्लम ज्यादा है। इस वजह से उनके ट्रीटमेंट में भी ज्यादा वक्त लग रहा है। डेंगू से मौतों के मामलों में काफी बच्चे भी शामिल हैं। वेडनसडे को ही डेंगू से हुई पांच मौतों में दो बच्चे थे।

बच्चों पर हेमरेजिक डेंगू का प्रकोप

डेंगू के इस सीजन में अब बच्चों पर इसका असर ज्यादा दिख रहा है। खास बात यह है कि एक महीने के बच्चे भी इसकी चपेट में आ रहे हैं। इन बच्चों को ठीक तरह से मैनेज नहीं करने की वजह से इनमें हेमरेजिक डेंगू का खतरा भी बढ़ा है। कम इम्यूनिटी की वजह से इनके प्लेटलेट्स काउंट भी तेजी से गिर रहे हैं। मेडिकल कालेज के बालरोग अस्पताल में ही ऐसे दो दर्जन से ज्यादा बच्चे भर्ती हैं। इसकी इमरजेंसी में लगातार बच्चे भर्ती किए जा रहे हैं। इनमें से कई हेमरेजिक डेंगू से पीडि़त बच्चे भी हैं।

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फ्लूड मैनेजमेंट है जरूरी

बालरोग विभाग के प्रोफेसर डॉ। एके आर्या ने बताया कि डेंगू के केस में फ्लूड का मैनेजमेंट जरूरी है। रेस्ट कराएं और फ्लूड खूब दें। नारियल पानी, इलेक्ट्रॉल, जूस, दाल का पानी, शिकंजी दें और फ्रूट्स खिलाएं। डेंगू में शुरुआती फ्, ब् दिन बुखार के साथ प्लेटलेट्स ज्यादा नहीं गिरता है। भ् से 7 दिन में जब बुखार तेज होता है तब प्लेटलेट्स काउंट तेजी से गिरता है। काउंट कितना गिरेगा यह अलग अलग केस पर डिपेंड करता है।

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भ्0 के पार हो चुका है कानपुर में डेंगू से पेशेंट की मौत का आंकड़ा

क्भ् से ज्यादा बच्चों की मौत हुई है सिटी में अब तक डेंगू के कारण

ख्8 डेंगू से पीडि़त बच्चों को बाल रोग विभाग में चल रहा है इलाज

फ्भ्0 से ज्यादा पेशेंट्स वायरल फीवर के वेडनसडे को ओपीडी पहुंचे

दो बच्चों और फौजी की डेंगू से मौत

सिटी में डेंगू से मौतों का आंकड़ा भ्0 के पार जा चुका है। हालांकि हेल्थ डिपार्टमेंट इन मौतों को नहीं मान रहा है। वेडनसडे को भी सिटी में ब् की मौत डेंगू से हुई। इनमें एक बच्चा और एक फौजी व दो महिलाएं शामिल हैं। कल्याणपुर स्थित सुभाष चिल्ड्रेन सेंटर में भर्ती म् साल की बच्ची की सुबह मौत हो गई। परिजनों के मुताबिक उसे कई दिनों से बुखार था और उसे डेंगू की पुष्टि भी हुई थी। वहीं हैलट इमरजेंसी के मेडिसिन वार्ड में आई जूही की चंदा और झाड़ी बाबा, कैंट की रहने वाली मधु की भी मौत हो गई। दोनों वायरल और डेंगू से पीडि़त बताई जा रही हैं। इसके अलावा पनकी पड़ाव में रहने वाले एक फौजी की भी डेंगू से मौत की सूचना मिली। वह बहराइच में तैनात था।

जेआर पहुंचा आईसीयू

डेंगू का प्रकोप अस्पतालों में इलाज कर रहे डॉक्टर्स पर भी पड़ रहा है। एलएलआर हास्पिटल में ही मेडिसिन डिपार्टमेंट के जेआर-फ् को डेंगू के साथ फेल्सीफेरम मलेरिया की पुष्टि हुई। हालत बिगड़ने पर उसे आईसीयू में भर्ती किया गया है। इसके अलावा फ् और जूनियर डॉक्टर्स को डेंगू पॉजिटिव होने पर उनका इलाज किया जा रहा है। मेडिसिन डिपार्टमेंट के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ। बृजेश कुमार ने बताया कि वेडनसडे को ओपीडी में फ्भ्0 से ज्यादा पेशेंट्स आए इनमें से ज्यादातर वायरल फीवर के थे। इनमें कई मेडिकल कालेज के ही यूजी स्टूडेंट्स भी पहुंचे। कई को डेंगू की जांच कराने को कहा है।

Posted By: Inextlive