मेरठ में ककड़खेड़ा बाईपास के पास उस वक्त हंगामा कट गया जब एक कांवड़ पर किसी व्यक्ति ने थूक दिया। जिससे वहां गुजर रहे कांवड़िए नाराज हो गए और उनका गुस्सा फूट पड़ा।

कानपुर (इंटरनेट डेस्क)। मेरठ में ककड़खेड़ा बाईपास पर उस वक्त हंगामा कट गया। जब वहां से गुजर रहे कांवड़ियों के एक कांवड़ पर किसी व्यक्ति ने थूक दिया। इस बात को लेकर कांवड़ियों ने अपना आपा खो दिया और थूकने वाले व्यक्ति को पीट दिया। इस बीच स्थानीय लोगों ने बीच-बचाव किया मगर कांवड़ियों ने एक न सुनी। उनका कहना है कि थूकने से कांवड खंडित हो गया और वह भोले नाथ को जो जल चढ़ाने जा रहे थे वह अपवित्र हो गया।

सीसीटीवी फुटेज से होगी जांच
हंगामा बढ़ता देख मौके पर पुलिस पहुंची। पुलिस ने काफी समझाने की कोशिश की। शिव भक्तों के फूटे गुस्से के बाद आनन-फानन में डीएम और एसएसपी फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे। एसएसपी रोहित सिंह सजवाण ने वहां कांवड़ियों की बात सुनी और जांच का आदेश दिया। एसएसपी ने कहा कि शिव भक्तों के लिए गाड़ी की व्यवस्था करा दी गई है। उन्होंने कहा कि जो भी आरोप हैं उनकी जांच की जाएगी। आसपास लगे सीसीटीवी कैमरे चेक किए जाएंगे और दोषी को बख्शा नहीं जाएगा।

मेरठ में ककड़खेड़ा बाईपास पर एक युवक ने कांवड़ पर थूक दिया तो गुस्साए कांवड़ियों ने उसे पीट दिया। इसे लेकर कांवड़ियों ने काफी हंगामा किया और जाम भी लगा दिया। पुलिस ने समझा बुझाकर मामला संभाला। @meerutpolice @DmMeerut #KanwarYatra2022 #KanwarYatra pic.twitter.com/poukQyxOar

— inextlive (@inextlive) July 23, 2022

कांवड़ यात्रा होती है काफी खास
'कांवड़ यात्रा' भगवान शिव के भक्तों की एक वार्षिक तीर्थयात्रा है। कांवरिया (तीर्थयात्री) उत्तराखंड में हरिद्वार, गौमुख और गंगोत्री और बिहार के सुल्तानगंज जैसे स्थानों पर गंगा नदी का पवित्र जल लाने के लिए जाते हैं। फिर वे उसी जल से भगवान की पूजा करते हैं। कोरोनावायरस महामारी के मद्देनजर, उत्तराखंड में 2021 में कांवड़ यात्रा रद्द कर दी गई थी और 'हर की पौड़ी' में प्रवेश भी प्रतिबंधित कर दिया गया था।

Posted By: Abhishek Kumar Tiwari