भारत के वीर सपूत छत्रपति शिवाजी महाराज एक महान देशभक्त व कुशल प्रशासक रहें हैं। 19 फरवरी 1630 शिवनेरी दुर्ग महाराष्ट्र में जन्‍में शिवाजी महाराज की आज पूरे देश में जयंती मनाई जा रही है। पराक्रमी होने के साथ ही दयालुता के ल‍िए पहचाने जाने श‍िवाजी का असली नाम शिवाजी राजे भोसले था। इनकी व‍िचारधारा बेहद अलग थी। ऐसे में आइए आज जानें इनकी कही वो 10 बातें जि‍न्‍हें अपनाने से ज‍िंदगी काफी हद तक आसान हो सकती है...


पहाड़ भी एक मिट्टी का ढेरजब हौसले बुलन्द हो, तो पहाड़ भी एक मिट्टी का ढेर लगता है।पीढ़ी उसी का अनुसरण करतीकोई भी कार्य करने से पहले उसका परिणाम सोच लेना हितकर होता है, क्योंकि आने वाली पीढ़ी उसी का अनुसरण करती है।विपत्ति का सामना दुश्मन के सामने से जरुरी नही कि विपत्ति का सामना, दुश्मन के सामने से ही करने मे वीरता हो। वीरता तो विजय मे है।कोई भी मूल्य क्यों न हो जब लक्ष्य जीत की हो, तो हासिल करने के लिए कितना भी परिश्रम, कोई भी मूल्य क्यों न हो उसे चुकाना ही पड़ता है। बलिष्ठ समझ कर डरो भी मतशत्रु को कमजोर न समझो, तो अत्यधिक बलिष्ठ समझ कर डरो भी मत।उत्साह मात्र से भी परास्त कर सकते
शत्रु चाहे कितना ही बलवान क्यों न हो, उसे अपने इरादों और उत्साह मात्र से भी परास्त किया जा सकता है।भारत में यहां चलेगी वर्ल्ड की पहली हाइपरलूप ट्रेन, 1100-1200 किलोमीटर प्रति घंटे होगी रफ्तार

Posted By: Shweta Mishra