Patna : बिहार में शास्त्रीय संगीत के इतने सारे प्रेमी हैं. यह देखकर मुझे बहुत ही खुशी हो रही है. 1965 का वह दिन. खचाखच भरे हॉल को देख कर सितार वादक पंडित रविशंकर ने कुछ ऐसा ही कमेंट किया था.


बिहार से बहुत कुछ लेकर जा रहा हूं
बिहार की धरती पर आकर वह काफी उत्साहित थे और पटना से जाते वक्त कहा था कि बिहार से बहुत कुछ लेकर जा रहा हूं। यहां के श्रोता और श्रोताओं की जोश भरी तालियां मेरे जेहन में हमेशा रहेंगी। आज वो श्रोता तो हैं, लेकिन पंडित रविशंकर अब हमारे बीच नहीं रहे.

चार घंटे तक बजाते रहे सितार
पंडित रविशंकर पहली बार पटना 10 दिसंबर, 1965 में आए थे। नव संगीत संस्था की ओर से उन्हें एक संगीत प्रोग्राम में बुलाया गया। इस संबंध में सरोद वादक प्रो। सीएल दास ने बताया कि जब उन्हें पहली बार पटना में प्रोग्राम करने को बुलाया गया तो उन्होंने आने से इंकार कर दिया। उन्हें किसी ने बताया था कि बिहार में संगीत का प्रोग्राम सड़क पर होता है, लेकिन फिर जब हमने उन्हें भारतीय नृत्य कला मंदिर के हॉल में प्रोग्राम आयोजित होने की बात कही, तो वह आने को तैयार हो गए। लोगों की भीड़ देख कर पंडित रविशंकर चार घंटे तक सितार बजाते रहे। इस दौरान एक भी श्रोता अपनी कुर्सी छोड़ कर नहीं उठा.

उनकी परफॉर्मेंस के लिए टिकट खरीदा
उन दिनों टिकट खरीद कर प्रोग्राम देखने की परंपरा काफी कम थी। लेकिन पंडित रविशंकर जी का प्रोग्राम देखने के लिए पटना वाले टिकट कटा कर एसके मेमोरियल हॉल में गए थे। यह बात 1982 की है। उस दिन भी पंडित रविशंकरने तीन घंटे तक लगातार सितार वादन किया था। इसको याद कर रमा दास बताती हैं कि मुझे आज भी वह दिन याद है। एक-एक राग कमाल का था। राग समझ में आए या नहीं, लेकिन तीन घंटे तक किसी ने भी अपनी कुर्सी नहीं छोड़ी। उनकी सितार की तान में एक अजीब-सा अट्रैक्शन था। हर कोई मंत्रमुग्ध हो जाता था। संगीत में उनके अमर योगदान के लिए जब उन्हें 1999 में भारत रत्न से नवाजा गया, तो मुझे कोई आश्चर्य नहीं हुआ.

नृत्य कला मंदिर में दी गई श्रद्धांजलि
भारतीय नृत्य कला मंदिर में बुधवार को भारत रत्न प्राप्त पंडित रविशंकर जी को श्रद्धांजलि दी गई। इस मौके पर मौजूद नृत्य कला मंदिर की सोमा चक्रवर्ती ने कहा कि आज मंदिर में कोई एक्टिविटी नहीं हुई। ना ही कोई क्लास हुई। शाम में सारे स्टूडेंट्स ने एक साथ मिल कर एक शोक सभा का आयोजन किया और उन्हें श्रद्धांजलि दी गई। उन्होंने कहा कि वो एक महान कलाकार थे। उनके जाने से संगीत क्षेत्र का एक महान इंसान चला गया है.

Posted By: Inextlive