Lockdown Diary छत्तीसगढ़ में एक नक्सल इलाके में लॉकडाउन के दौरान ड्यूटी कर रहे एक जवान ने मां की मृत्यु की खबर सुनी तो 1100 किमी का अनोखा सफर किनकिन मुश्किलों से घर पहुंचा ये जान कर कोई भी हैरान रह जायेगा। वहीं कोरोनावायरस को मजाक समझने वालों के लिए सबक है इस टिकटॉक वीडियो बना कर मास्क का मजाक उड़ाने वाले शख्स का हाल जो खुद निकला है पॉजिटिव। सरकार खोलने जा रही सुरक्षा स्टोर।

(पीटीआई)। Lockdown Diary: छोटी छोटी समस्याओं के चलते लॉकडाउन में शिकायत करने वाले लोगों के लिए छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल के जवान संतोष यादव की कहानी एक मिसाल है। अपनी मां की मृत्यु के का समाचार मिलने पर उसने अपने गाँव तक पहुंचने के लिए 1100 किमी का मुश्किल सफर तय किया और उसकी ये जर्नी तब और भी महत्वपूर्ण हो जाती है जब वो कहता है कि लॉक डाउन गलत नहीं है क्योंकि ये लोगों की सुरक्षा के लिए है।

पैदल निकल पड़ा

छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल (सीएएफ) का जवान संतोष यादव बीजापुर जिले के नक्सल प्रभावित एरिया में कोरोनावायरस के चलते लगे लॉकडाउन के दौरान ड्यूटी कर रहा था। जबकि उसका परिवार उसके माता पिता के साथ उत्तर प्रदेश के सीकर में मिर्जापुर जिले में रहता है। अपने पिता से मां की मृत्यु का समाचार मिलने पर उसे गांव पहुंचना था क्योंकि उसके भाई और बहन मुंबई में रहते हैं औऱ इस ल़कडाउन के समय उनका पहुंचना संभव नहीं था। अपने घर पहुंचने के लिए उसने तीन दिनों में 1100 किमी की यात्रा की माल गाड़ियों, ट्रकों और नदी में नाव से पूरी की। रास्ते में उसे पुलिस ने रोका और परिचय देने पर कई परिचित लोगों ने मदद की। उन्होंने आठ मालगाड़ियां बदलते हुए करीब 200 किमी का सफर किया। फिर एक मिनी ट्रक पर सवार हो कर हो कर अपने गांव के करीब पहुंचे जहां से 5 किमी पैदल चल कर नजदीकी नदी तक आये और फिर नाव पर बैठ कर अपने घर आये। इस सफर की शुरूआत उन्होंने 4 अप्रैल को पत्र मिलने के बाद अगले दिन से की और 10 अप्रैल को अपने गांव पहुंचे। खास बात ये थी कि रास्ते में मदद करने वाले अपने तमाम सुरक्षा कर्मी मित्रों का धन्यवाद करते हुए यादव ने कहा कि उनकी यात्रा सुगम नहीं थी लेकिन वे लॉकडाउन का समर्थन करते है क्योंकि यह लोगों की सुरक्षा के लिए लगाया गया है

दैनिक जरूरतों को पूरा करने के लिए बने सुरक्षा भंडार

लॉकडाउन में लोगों को कोई परेशानी ना हो इसके लिए सरकार ने भारत भर में 'सुरक्षा स्टोर' नाम से 20 लाख खुदरा दुकानों की एक सीरीज स्थापित करने की योजना बनाई है जो नागरिकों के लिए रोज़मर्रा की जरूरी सुविधायें मुहैया करायेगी। इसके लिए सुरक्षा स्टोर के सूत्रों ने कहा है कि पड़ोस के किराने की दुकानों को दैनिक आवश्यक वस्तुओं की बिक्री के लिए तैयार किया जाएगा। सार्वजनिक निजी भागीदारी के माध्यम से इस महत्वाकांक्षी योजना को लागू करने के लिए एफएमसीजी कंपनियों के साथ एक दौर की बातचीत कर ली गई है। सरकार अगले 45 दिनों में 20 लाख खुदरा दुकानों को 'सुरक्षा स्टोर' के रूप में लक्षित करने का लक्ष्य रख रही है। प्रत्येक एफएमसीजी कंपनी को एक या दो राज्य दिए जा सकते हैं जो इस योजना को प्रभावी तरीके से चलाए और कोरोनवायरस से लड़ने के लिए हर दुकान को सक्षम करें। 'सुरक्षा स्टोर' बनने के लिए, एक रिटेल स्टोर को स्वास्थ्य और सुरक्षा जांच सूची का पालन करना होगा, जिसमें दुकान के बाहर 1.5 मीटर की सामाजिक दूरी और बिलिंग काउंटर, दुकानों में प्रवेश करने से पहले उपभोक्ताओं द्वारा सैनिटाइटर या हैंडवाश का उपयोग करना शामिल है।

टिकटॉक पर मास्क का मजाक उड़ाने वाला निकला कोरोनावायरस पॉजिटिव

मध्यप्रदेश के सागर जिले में एक 25 साल के शख्स को पकड़ कर अस्पताल में एडमिट कराया गया है। पुलिस ने उसका मोबाइल छीन कर जब्त कर लिया है। ये शख्स लगातार टिकटॉक वीडियो बना कर अपलोड कर रहा था, जिनमें कोरोनावायरस से बचने के लिए मास्क पहनने का मजाक उड़ाया जा रहा था। पुलिस ने जब इसको गिरफ्तार किया और इसकी जांच कराई गई तो ये COVID-19 पॉजिटिव पाया गया। अस्पताल में भी जब तक इसका मोबाइल जब्त नहीं किया गया ये आइसोलेशन के दौरान ऐसे वीडियो बना कर अपलोड कर रहा था। पुलिस अधिकारियों के अनुसार इसे गिरफ्तार भी इसीलिए किया गया था क्योंकि इसने एक टिकटॉक वीडियो वायरल किया था जिसमें ये मोटरसाइकिल पर जाते हुए एक मास्क को हवा में उड़ाते हुए कहता है और कि इस कपड़े के टुकड़े पर भरोसा क्या रखना, अगर भरोसा करना है तो ऊपर वाले पर करो और फिर फिल्म रॉकस्टार का गाना कुन फाया कुन गाने लगता है।

Posted By: Molly Seth