राजस्थान व उसके आसपास के इलाकों में इन दिनों टिड्डियों ने फसलाें पर हमला किया है। शासन से लेकर प्रशासन तक इन टिड्डियों को रोकने की कोशिश में जुटा है लेकिन किसान अपने स्तर से भी प्रयास कर रहे हैं। कुछ किसान टिड्डियों को डरान के लिए बर्तन आदि पहनकर खेत में खड़े होते हैं।

बाड़मेर (राजस्थान) (एएनआई)। राजस्थान में बाड़मेर जिले के चोहटन और अन्य गांवों में टिड्डियों ने हमला किया। ऐसे में किसान अपने खेतों में टिड्डियों को फसल खाने से रोकने के लिए तरह-तरह के प्रयास कर रहे हैं। कई किसानों को बर्तन पहने देखा गया ताकि टिड्डी उनको देखकर भाग जाए। इस संबंध में स्थानीय लोगों ने कहा, हम केंद्र और राज्य सरकार से इसका समाधान खोजने का आग्रह करते हैं। हमारी फसलें नष्ट हो गई हैं। कोरोना वायरस की वजह से लॉकडाउन से पहले ही किसान परेशान हैं। इसके बाद अब टिड्डियों के हमले से किसानों को एक और झटका लगा है।

टिड्डियों की आवाजाही पर नजर रखने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल

हाल ही में कृषि विभाग ने जयपुर के समोदे में टिड्डियों की आवाजाही पर नजर रखने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल किया। कृषि विभाग के आयुक्त डॉक्टर ओम प्रकाश चौधरी ने कहा, हम ड्रोन का उपयोग उन इलाकों में टिड्डियों की निगरानी के लिए करेंगे, जहां टिड्डियों को रोक पाना किसानों के लिए काफी मुश्किल है। इसके साथ ही बताया कि रेगिस्तानी टिड्डे की एक प्रजाति है एक झुंड वाला छोटा सींग वाला टिड्डा। ये टिड्डे अपने रास्ते में सब कुछ भक्षण करने के लिए जाने जाते हैं। इसकी वजह से खाद्य आपूर्ति और लाखों लोगों की आजीविका के लिए अभूतपूर्व खतरा पैदा हो जाता है।

Posted By: Shweta Mishra