इंतजार में लम्बी हो रही कतार
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कुल सीएनजी पंप, इसमें दो ही शहर में हैं 07 हजार केजी एक दिन में सीएनजी की खपत 3000 टैंपो टैक्सी सीएनजी में हो चुके हैं कन्वर्ट 1000 बसों का संचालन हो रहा सीएनजी से 05 सीएनजी पम्प और लगने हैं कुंभ से पहले शहर में पर्याप्त सीएनजी पंप नहीं होने से लगने लगी लंबी लाइन ALLAHABAD: प्रशासनिक दबाव में कुंभ से पहले वाहनों का सीएनजीकरण तो तेजी से हो रहा है। लेकिन, इन वाहनों को ईधन कहां से मिलेगा, यह सवाल अब भी जस का तस बना हुआ है। सीएनजी पम्पों पर वाहनो की कतार लम्बी होती जा रही है। प्रस्ताव जरूर है सीएनजी पम्प की संख्या बढ़ाने का लेकिन इस पर अमल अभी प्रभावी ढंग से नहीं हो पा रहा है। शहर में दो पंप उठा रहे प्रेशरइलाहाबाद जिला प्रदूषण के मामले में देश के बड़े शहरों को पीछे छोड़ चुका है। इसे लेकर सरकार भी गंभीर है और हाई कोर्ट भी। पेट्रोल और डीजल से होने वाला प्रदूषण कम करने के लिए सीएनजी के विकल्प पर काम शुरू कर दिया गया और तय हो गया कि सिटी ट्रांसपोर्ट सिर्फ सीएनजी से मूव करेगा। प्रेशर बना तो आटो और बसें सीएनजी से संचालित की जाने लगीं। किफायती होने के चलते पब्लिक ने भी इसे अपनाना शुरू कर दिया। इसका इंपैक्ट यह है कि सीएनजी वाहनों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है और जिले में अब तक ले देकर कुल तीन सीएनजी पंप लगाए जा सके हैं। एक अंदावा मोड़ पर है और बाकी दो शहर में हैं। नतीजा है एल्गिन रोड स्थित पंप पर सुबह से शाम तक वाहनों की लंबी कतार लगी रहती है।
कुंभ के पहले जरूरी हैं पांच पंप शहर में तीन हजार से अधिक टैंपो-टैक्सी और ऑटो को सीएनजी में कन्वर्ट होना है। इसके अलावा एक हजार बसों में भी बदलाव होना है। कुंभ से पहले इन सभी का शत-प्रतिशत सीएनजीकरण हो जाएगा। प्रशासन ने दो सीएनजी पंप लगाने के आदेश दिए हैं। समय सीमा समाप्त होने के बाद यह पंप चालू नहीं हो सके हैं। पर्याप्त भूमि उपलब्ध न हो पाना इसका रीजन माना जा रहा है। अगर यही हाल रहा तो ईधन लेने में वाहनों को खासी मशक्कत करनी होगी। इसके चलते लंबा-चौड़ा जाम भी लगेगा। दो पंप हैं और दोनों में सीएनजी के लिए वाहनों की लाइन लगती है। एक बार सीएनजी लेने में बीस मिनट से अधिक का समय लग जाता है। -अश्वनी कुमार, टैंपो चालकप्रशासन तेजी से वाहनों को सीएनजी में बदल रहा है, लेकिन पर्याप्त पंप नहीं दे रहा है। अगर एक पंप बंद हो जाता है तो दूसरे में भी भयंकर भीड़ होती है।
-रजनीकांत त्रिपाठी, टैंपो चालक लगातार कई सीरीज के वाहन का सीएनजीकरण हो रहा है। लेकिन पंप ही नही होंगे तो कैसे सभी वाहनों को समय से ईधन मिल पाएगा। -मनोज, टैंपो चालक सुबह से शाम तक वाहनों की लाइन लगी रहती है। अभी तो पूरे वाहन कन्वर्ट भी नहीं हुए हैं। नए पंप खुल जाएंगे तो कुछ वाहन वहां भी शिफ्ट हो जाएंगे। -प्रमोद कुमार, पंप मैनेजर धीरे-धीरे सीएनजी वाहनों की संख्या बढ़ रही है। भविष्य में दो गुनी से अधिक संख्या होने के बाद दिक्कत तो आनी है। बसों का सीएनजीकरण भी तेजी से हो रहा है। -विपिन यादव, पंप मैनेजर