ब्रिक्स और शंघाई सहयोग संगठन एससीओ के शिखर सम्मेलनों में शामिल होने के लिए भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विदेश यात्रा पर गए हैं। ऐसे में इस दौरान उन्‍होंने सम्‍मेलन से पहले कल रूस के राष्‍ट्रपति के साथ मुलाकात की। जिसमें अंतरराष्‍ट्रीय योग दिवस पर जब मोदी ने रूस के राष्‍ट्रपति को देश में योग कराने लिए धन्‍यवाद दिया तो उन्‍होंने कहा कि योग काफी कठिन होने से इसे करने की कोशिश नहीं की।


योग के लिए धन्यवाद दियाब्रिक्स और शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के शिखर सम्मेलनों से पहले भारत के प्रधानमंत्री ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ मुलाकात की। इस दौरान दोनों नेताओं के बीच बाजार तक पहुंच और वीजा से जुड़ी 'चुनौतियों' समेत कई मामलों पर बातचीत हुई। दोनों ही बातचीत के माध्यम से इन समस्यओं के हल निकालने की कोशिश में दिखे। इस दौरान नरेंद्र मोदी ने व्लादिमीर पुतिन के साथ हाल ही में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर भी चर्चा की। पीएम मोदी ने व्लादिमीर पुतिन को 21 जून को रूस के सभी शहरों योग कराने के लिए धन्यवाद दिया। पीएम मोदी ने कहा कि बड़ी संख्या में रूस के लोगों ने इसमे भाग लिया है। जिससे साफ है कि योग पूरी दुनिया में नई पीढ़ी को पसंद आएगा और यह उनके स्वास्थ्य की रक्षा करेगा।कैसे करते हैं उन्हें नहीं पता
इस दौरान कराटे में 8वीं डैन ब्लैक बेल्ट धारक 62 वर्षीय राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने बड़ा ही रोचक जवाब दिया। उन्होंने कहा कि प्राचीन भारतीय आध्यात्मिक परंपरा (योग) कैसे करते हैं उन्हें नहीं पता है। यह उन्हें काफी कठिन लगता है। इसलिए उन्होंने 21 जून को इसकी कोशिश भी नहीं की। हलांकि इसके साथ ही उन्होंने अपने अनुवादक के जरिए कहा कि यह उन्हें एक आकर्षक किस्म का खेल लगता है। ऐसे वह जो खेले करते हैं उसी के आधार पर विचार करेंगे कि योग को कैसे कर सकते हैं। बताते चलें कि हाल ही में 21 जून को पूरी दुनिया में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया गया है। जिसमें संयुक्त राष्ट्र महासभा ने दिसंबर 2014 में इसे मनाने का ऐलान किया था। इतना ही नहीं 193 सदस्य देशों में से 177 देश सह प्रस्तावकों के रूप में इसमें शामिल हुए।

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Posted By: Shweta Mishra