बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस ऐलान किया कि महाराष्ट्र के नए सीएम एकनाथ शिंदे होगें। शिंदे शाम 7.30 पर राज्यभवन में सीएम पद की शपथ लेंगे। फडणवीस ने यह ऐलान एक प्रेस काफ्रेंस के दौरान किया।

मुंबई (पीटीआई)। महाराष्ट्र के सियासी घमासान के बीच शिंदे ने मीडिया से कहा कि फडणवीस ने मुझ पर जो विश्वास जताया है, मैं उसके साथ विश्वासघात नहीं करूंगा। पूर्व मुख्यमंत्री और वर्तमान में विधानसभा में विपक्ष के नेता फडणवीस ने कहा कि भाजपा शिंदे के समूह को समर्थन देगी। विधानसभा में बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी है। फडणवीस ने कहा कि मैं सरकार से बाहर हो जाऊंगा, लेकिन उद्धव ठाकरे के इस्तीफे के बाद एक विकल्प के रूप में आने वाली सरकार के सुचारू कामकाज को सुनिश्चित करूंगा। उन्होंने कहा कि विस्तार के दौरान शिवसेना (बागी) के साथ-साथ भाजपा विधायक और कुछ निर्दलीय भी मंत्री पद की शपथ लेंगे। फडणवीस ने कहा कि यह सत्ता की नहीं बल्कि सिद्धांतों और हिंदुत्व की विचारधारा की लड़ाई है। देवेंद्र ने आगे कहा कि भाजपा इस समय राज्य में चुनाव होने के सख्त खिलाफ है।

A total of 50 MLAs are with us, including 40 MLAs from Shiv Sena...We have fought this battle so far with their help...I will not let even a scratch mar the trust that these 50 people have placed in me - let alone break that trust: Maharashtra CM-designate Eknath Shinde pic.twitter.com/2f877rCMB5

— ANI (@ANI) June 30, 2022


महा विकास अघाड़ी गठबंधन भ्रष्ट था
बीजेपी नेता और पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि शिवसेना में अशांति थी क्योंकि कांग्रेस और राकांपा के साथ गठबंधन 2019 के विधानसभा चुनावों के जनादेश का अपमान था जब शिवसेना और भाजपा ने एक साथ चुनाव लड़ा था। फडणवीस ने दावा किया कि उद्धव ठाकरे ने उन पार्टियों (कांग्रेस और एनसीपी) के साथ गठबंधन किया, जिनका (शिवसेना संस्थापक) बाल ठाकरे ने जीवन भर विरोध किया। भाजपा नेता ने कहा कि महा विकास अघाड़ी गठबंधन भ्रष्ट था और उस सरकार के दो मंत्री भ्रष्टाचार और धन शोधन के आरोप में जेल में हैं।
कोई व्यक्तिगत हित शामिल नहीं था
फडणवीस ने आगे कहा कि शिवसेना के विधायक अपने निर्वाचन क्षेत्रों में समस्याओं का सामना कर रहे हैं क्योंकि एमवीए उनकी योजनाओं को नुकसान पहुंचा रही हैं। देवेंद्र ने दावा किया कि शिवसेना नेताओं के निर्वाचन क्षेत्रों में कांग्रेस और राकांपा नेताओं को सरकारी धन दिया जा रहा है। इसके बाद एकनाथ शिंदे ने कहा कि उन्होंने राज्य के विकास के लिए 50 विधायकों के समर्थन से (एमवीए सरकार के खिलाफ विद्रोह करने का) निर्णय लिया था और इसमें कोई व्यक्तिगत हित शामिल नहीं था। शिंदे ने आगे कहा कि एमवीए के कामकाज की सीमाएं थीं। ठाकरे सरकार में वरिष्ठ मंत्री रहे शिंदे ने मुख्यमंत्री बनने का मौका छोड़ने के लिए फडणवीस की सराहना करते हुए कहा कि भाजपा नेता ने बालासाहेब ठाकरे के शिव सैनिक को अगला मुख्यमंत्री बनाने में बड़ी हिम्मत दिखाई।

Posted By: Kanpur Desk