बीती कई शताब्‍दियों से लगातार एडवांस होते जा रहे कम्‍प्‍यूटर वेब और इंटरनेट ने समय की रफ्तार के साथ कई खतरनाक बग्‍स को भी जन्‍म दिया है। राष्ट्रीय मानक संस्थान और प्रौद्योगिकी के 2002 में लगाए गए अनुमान के अनुसार ये बग्‍स हर साल यूएस इकॉनमी को करीब $59.5 बिलियन की चोट पहुंचाते हैं। कई बार कोड्स प्रोग्राम या कुछ अन्‍य तरीकों से छोटी-छोटी त्रुटियां दुनिया के बड़ी योजनाओं को नुकसान पहुंचा चुकी हैं। इसको देखते हुए कई कंपनियों ने अब इनसे सुरक्षा के लिए बग बाउंटी प्रोग्राम का इस्‍तेमाल करना शुरू किया है। इसके बावजूद इससे पहले दुनिया के कई ऐसे बड़े मिशन रहे जो इन बग्‍स की भेंट चढ़ गए। आइए जानें कैसी रहीं वह दुर्घटनाएं।


1 . हाइफन की गल्ती की भेंट चढ़ा 'मेरिनर 1'
अमेरिकी मेरिनर 1 प्रोग्राम पहला अंतरिक्ष यान था। 22 जुलाई 1962 को इस अंतरिक्ष यान ने उड़ान भरी और शुक्र फ्लाईबाई मिशन के रूप में उड़ान भरने के महज 294.5 सेकेंड के बाद ही ये कम्प्यूटर बग की भेंट चढ़ गया। एक सीमा सुरक्षा अधिकारी ने 09:26:16 UT पर इसे नष्ट कर दिया। नासा के इस परिदृश्य के लिए बाकायदा योजना बनाई थी। उसके बावजूद ऐसा अनुमान लगाया गया कि रॉकेट ने सिग्नल्स को कैच करना बंद कर दिया था। ऐसा बताया गया कि सिस्टम के बैकअप सॉफ्टवेयर में कुछ गड़बड़ी आने से रॉकेट इस दुर्घटना की भेंट चढ़ गया और मेरिनर 1 नष्ट हो गया। बाद में छानबीन करने के बाद ये मालूम पड़ा कि प्रोग्राम के गाइडेंस सिस्टम के कोड इंस्ट्रक्शन में कुछ गड़बड़ी आई थी। ये गड़बड़ी थी कोड में सिर्फ एक हाइफन एरर की। सिर्फ एक हाइफन की गलती से पूरा मेरिनर 1 प्रोग्राम दुर्घटना की भेंट चढ़ गया। 3 . कंप्यूटर बना अमेरीकी सैनिकों की मौत का कारण


1991 में खाड़ी युद्ध के दौरान इराकी स्कड मिसाइल अमरीकी सैनिकों की बैरक की ओर बढ़ रही थी। इसे आसमान में ही ध्वस्त करने के मकसद से अमेरीकी सैनिकों ने पेट्रियट मिसाइल को सही समय पर दागा, लेकिन दुर्भाग्यवश वो इराकी स्कड मिसाइल से 500 मीटर दूर से ही निकल गया। इस वजह से 28 अमेरीकी सैनिक मारे गए। इसका कारण कंप्यूटर सॉफ़्टवेयर में गणित की गड़बड़ी को बताया गया।

Posted By: Ruchi D Sharma