Manoj Bajpai ने देश के हालातों पर चिंता जताते हुए काफी कुछ कहा। महात्मा गांधी पर शॉर्ट फिल्म लेकर आ रहे मनोज बाजपेई का कहना है कि आर्टिस्ट्स का मूवीज के मैसेज के साथ खड़े रहना बहुत जरूरी है। उन्होंने यह भी बताया कि वे कैसी मूवीज कभी नहीं करेंगे...


मुंबई (मिड-डे)। Manoj Bajpai महात्मा गांधी पर एक शाॅर्ट फिल्म लेकर आने जा रहे हैं और उन्होंने देश के हालातों पर चिंता भी जताई है। पिछले साल जबरदस्त हिट साबित हुई वेब सीरीज द फैमिली मैन में नजर आए मनोज बाजपेई ने 2020 की शुरुआत महात्मा गांधी पर बन रही शॉर्ट फिल्म गांधी: अ पर्सपेक्टिव से की है। इसमें अपने टीनएज बेटे को गांधी के नॉन- वॉयलेंस के प्रिंसिपल समझाते दिख रहे मनोज कहते हैं, 'यंग जनरेशन को गांधीजी के कॉन्ट्रिब्यूशन या टीचिंग्स के बारे में करीब- करीब कोई जानकारी नहीं है।'नहीं होनी चाहिए वॉयलेंस की कोई जगह


बीते कुछ ह तों से देश में 'जेएनयू' और 'एंटी-सीएए' प्रोटेस्ट जैसे मुद्दे छाए हुए हैं जिनके दौरान हिंसक घटनाएं भी हुई हैं। इसके बारे में यह एक्टर कहता है कि डेमोक्रेसी में एक- दूसरे की बात से इत्तेफाक न रखने की भी बहुत अहमियत है। उनका कहना है कि गांधी की सोच आज ज्यादा अहम हो गई है। मनोज के मुताबिक, 'सिविलाइज्ड सोसाइटी में वॉयलेंस की कोई जगह नहीं है। अंत में जीत नॉन- वॉयलेंस, बातचीत और बहस की होगी। जरूरी है कि हम स्टूडेंट्स की बात सुनें और उन्हें समझें। हम ऐसी स्टेज पर हैं जहां लोग एक- दूसरे की राय बर्दाश्त नहीं करते, बातचीत का दौर खत्म हो रहा है। यह वक्त हर हिंदुस्तानी के लिए गांधीजी की अहिंसा, बहस और सत्याग्रह को याद करने का है।''मुझे नहीं पता सैफ ने क्या कहा है' हाल ही में सैफ अली खान ने कहा था कि वह अपनी मूवी तानाजी: द अनसंग वॉरियर की पॉलिटिक्स से अग्री नहीं करते हैं जिसके चलते बहस शुरू हो गई है कि क्या एक्टर्स को ऐसे कंटेंट को बैक करना चाहिए जिससे वह खुद को जोड़ नहीं पाते। इसके बारे में मनोज का कहना है कि वह सुभाष घई के डायरेक्शन में बने अपने प्रोजेक्ट से पूरी तरह इत्तेफाक रखते हैं। वह बोले, 'मुझे नहीं पता सैफ ने क्या कहा है और न मैंने तानाजी देखी है। मैं सिर्फ यह कहना चाहता हूं कि अगर मूवी की पॉलिटिक्स मुझे डिस्टर्ब करेगी तो मैं उसमें काम नहीं करूंगा चाहे उसकी स्क्रिप्ट कितनी भी अच्छी हो अगर स्क्रिप्ट बांधकर रखने वाली है। यह आपके एथिक्स को हर्ट नहीं कर रही है और आप जानते हैं कि इसे एक फिल्म के तौर पर लिया जाएगा तो उसे करने में मुझे कुछ गलत नहीं लगता।'hitlist@mid-day.comमनोज बोले 'अच्छे काम संग अच्छे पैसे मिल रहे', ज्यादा फिल्में कर सेहत से समझौता नहीं करूंगा

Posted By: Vandana Sharma