मेडिकल कॉलेज में भी मिलेगा शव वाहन
12 लाख की वैन खरीदने के लिए शासन से मिली अनुमति
प्रदेशभर में आएंगी 13 वैन, शासन ने जारी किया बजट Meerut। एलएलआरएम मेडिकल कॉलेज में मरीजों की मौत के बाद परिजनों को शव रिक्शा, रेहड़ी में नहीं ढोना होगा। लोगों की परेशानी को देखते हुए शासन ने मेरठ मेडिकल कॉलेज समेत प्रदेश के अन्य 12 मेडिकल कॉलेजों व संस्थानों में शववाहन खरीदने की अनुमति दे दी है। यही नहीं इसके लिए बजट भी जारी कर दिया है। शासन ने इसके लिए 1 करोड़ 56 लाख रूपये जारी किए हैं। प्रत्येक अस्पताल में 12 लाख की वैन खरीदी जाएगी । लड़ाई-झगड़ों से मिलेगी निजातमेडिकल कॉलेज में शवों को ले जाने के लिए अभी तक कोई व्यवस्था नहीं हैं। तीमारदार इसके लिए एंबुलेंस की मांग करते हैं, लेकिन एंबुलेंस में शव ले जाने की अनुमति न होने की वजह स्टॉफ मना कर देता हैं। ऐसे में कई बार परिजन स्टॉफ से भिड़ जाते हैं जिसकी वजह से अधिकतर लड़ाई - झगड़े होते हैं या रिक्शा, ठेली में शव को ले जाने के लिए मजबूर होते हैं। शव वाहन मिलने के बाद परिजनों को राहत मिल सकेगी।
यह है स्थितिमेडिकल कॉलेज में महीने में 1 से डेढ लाख मरीज आते हैं। इनमे से हर महीने पांच सौ से ज्यादा मरीजों की मौत हो जाती है। शव वाहन की व्यवस्था सिर्फ जिला अस्पताल में हैं। यहां शवों को ले जाने के लिए दो वाहन उपलब्ध हैं।
इनका है कहना मेडिकल कॉलेज में शव-वाहन न होने की वजह से काफी दिक्कतें थी। शव-वाहन के लिए बजट मिल गया है। जल्द ही इसे खरीद लिया जाएगा। डॉ। दिनेश राणा, पीआरओ, मेडिकल कॉलेज