मंगलवार को पीएम मोदी द्वारा लॉकडाउन का 3 मई तक एक्‍सटेंशन करने के बाद मुंबई के बांद्रा स्‍टेशन पर सैकड़ों प्रवासी श्रमिक जुट गए। वो सभी अपने राज्‍यों को लौटने के लिए प्रदर्शन करने लगे। बवाल बढ़ने पर पुलिस न की सख्‍ती तो अब महाराष्‍ट्र में इस मुद्दे को लेकर पक्ष और विपक्ष आमने सामने आ गए हैं।

मुंबई, 14 अप्रैल (पीटीआई)लॉकडाउन के बीच मुंबई के बांद्रा में मंगलवार को भारी संख्‍या में प्रवासी श्रमिकों ने अपने राज्‍यों को वापस भेजे जाने की मांग के साथ प्रदर्शन शुरु कर दिया। लॉकडाउन बढ़ाए जाने के बाद मुंबई मे हुए इस प्रदर्शन को लेकर महाराष्ट्र में उद्व ठाकरे सरकार और विपक्ष के बीच आरोप प्रत्‍यारोप का दौर शुरु हो गया है। दरअसल मुंबई में रोजाना मेहनत मजदूरी करने वाले करीब हजार प्रवासी श्रमिक मंगलवार को बांद्रा रेलवे स्‍टेशन के पास बस डिपो पर सड़क पर जमा होकर प्रदर्शन करने लगे। प्रशासन से इनकी मांग थी कि उन्‍हें अपने राज्‍यों को भेजने के लिए ट्रांसपोर्ट की व्‍यवस्‍था की जाए। इन श्रमिकों में ज्‍यादार लोग यूपी, बिहार और पश्चिम बंगाल से थे। आज ही पीएम मोदी द्वारा देशव्‍यापी लॉकडाउन को 3 मई तक के लिए बढ़ा दिया गया है। इसके बाद मुंबई में यह श्रमिकों द्वारा जोरदार प्रदर्शन हुआ।

आदित्‍य ठाकरे ने केंद्र सरकार को बताया दोषी

बांद्रा में हुए श्रमिकों के इस प्रदर्शन के बाद महाराष्ट्र में शिवसेना की उद्वव ठाकरे सरकार और विपक्षी दल भाजपा के बीच एक दूसरे को दोषी बताते हुए वाकयुद्ध शुरु हो गया। महाराष्ट्र के पर्यटन मंत्री आदित्य ठाकरे ने अपने ट्वीट के जरिए आरोप लगाया है कि केंद्र सरकार की गलती की वजह से मुंबई में यह प्रदर्शन हुआ। उन्‍होंने लिखा कि प्रवासी श्रमिकों को अपने राज्‍यों की ओर वापस भेजने को लेकर केंद्र सरकार प्रॉपर रोड मैप बनाए। उन्‍होंने एक और ट्वीट में कहा कि बांद्रा में जो स्थिति थी, अब वो सामान्‍य है, लेकिन केंद्र सरकार प्रवासी श्रमिकों को वापस अपने घर भेजने की व्‍यवस्‍था करने में असमर्थ साबित हुई है। महाराष्ट्र सरकार के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने कहा कि प्रवासी श्रमिकों ने उम्मीद की होगी कि प्रधानमंत्री मोदी राज्यों की सीमाओं को फिर से खोलने का आदेश देंगे।

The current situation at Bandra Station, now dispersed or even the rioting in Surat is a result of the Union Govt not being able to take a call on arranging a way back home for migrant labour. They don&यt want food or shelter, they want to go back home

— Aaditya Thackeray (@AUThackeray) April 14, 2020

बांद्रा के प्रदर्शन को लेकर भाजपा ने ठाकरे सरकार पर निशाना साधा

मुंबई में प्रवासी श्रमिकों द्वारा अपने राज्‍य वापसी की व्‍यवस्‍था कराने की मांग को लेकर जो प्रदर्शन हुआ। उस पर बीजेपी नेता किरीट सोमैया ने राज्‍य सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, "यह एक बहुत गंभीर मुद्दा है। उद्धव ठाकरे सरकार कोरोनोवायरस महामारी से लड़ने में विफल रही है। सोमैया ने कहा। सरकार को उचित व्यवस्था करनी चाहिए, लोगों को आवश्यक वस्तुएं वितरित करनी चाहिए। साथ ही उन्‍होंने कहा मुझे उम्‍मीद है कि ठाकरे सरकार इस मामले को गंभीरता से लेगी। सोमैया ने कहा, वास्‍तव में यह वाक्‍या आंखे खोलने वाला है।

Bandra East station ke bahar jo hajaro log abhi ekathe huve hai, bahot chinta ki bat hai. Maharashtra Sarkar ne Logo ko Ration Anaj dene ki vyavastha me sudhar karna chahiye. Hope Thackeray Sarkar will treat this incident seriously @BJP4Maharashtra

— Kirit Somaiya (@KiritSomaiya) April 14, 2020CM Uddhav Balasaheb Thackeray addressing the State https://t.co/HXEtsr8eqL

— CMO Maharashtra (@CMOMaharashtra) April 14, 2020 Posted By: Chandramohan Mishra