- सीएम ने समाजवादियों से एकजुट होने का किया अह्वान, 2019 की तैयारी को लेकर फूंका बिगुल

PATNA : मोदी के अच्छे दिन आए या न आए, शराबबंदी से अच्छे दिन जरूर आ गए। देखा जाए तो शराब कारोबारियों की लॉबी काफी ताकतवर है, लेकिन पूरे संकल्प के साथ हमने शराबबंदी लागू किया है। हम मिट जाएंगे, लेकिन पीछे नहीं हटेंगे। ये बातें कही सीएम नीतीश कुमार ने। वे मंगलवार को समाजवादी एकजुटता सम्मेलन में बोल रहे थे। सम्मेलन का आयोजन समाजवादी आंदोलन के 8ख् वर्ष पूरे होने पर अंजुमन इस्लामियां हॉल में किया गया। जिसका विषय 'देश के सामने चुनौतियां और समाजवादी विकल्प' था। सीएम ने पूर्ण शराबबंदी को लेकर कहा कि अगर झारखंड, यूपी, बंगाल में शराब बंद हो जाए तो हम इसमें जरूर सफल होंगे।

राजनीति से भागिए नहीं, एकजुट होइए

सीएम ने कहा कि सोशल मीडिया पर जो अनसोशल बातें हो रही हैं, वह बिहार को बदनाम करने किया जा रहा है। ऐसा हमलोगों को अलग-थलग रहने के कारण हुआ है। यह संकेत है कि आप लोग सब एक हो जाएं। आप राजनीति से भागिए नहीं। हमारा आपको पूरा समर्थन है। आप अपने को मजदूर आंदोलन तक सीमित मत रखिए। नर्मदा बचाओ आंदोलन की मेधा पाटकर की तरफ इशारा करते हुए कहा कि आप जन आंदोलन के साथ राजनीति में आइए। हम आपका साथ देंगे। उन्होंने केन्द्र सरकार की ओर इशारा करते हुए कहा कि समाजवादी विचार के लोग, वामपंथी लोग, कांग्रेस के लोग एक हो जाएंगे, तो फिर कहां टिकेंगे 'ये'?

थोड़ा बहुत मुर्ख हूं, ज्यादा नहीं

नीतीश ने साइकिल योजना पर कहा कि लोग पूछते हैं कि यह आइडिया किसने दिया? उन्होंने विपक्ष की ओर निशाना साधते हुए कहा कि थोड़ा बहुत मुर्ख हूं, ज्यादा नहीं। कहा कि क्0 साल में जो हम घूमे हैं, लोगों से मिले, वहीं से सात निश्चय योजना निकली है। उन्होंने राज्य में पंचायतों में महिलाओं को भ्0 फीसदी आरक्षण देने का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि लोगों से प्रेरणा लेकर योजना तैयार की जाती है। सीएम ने कहा कि बिहार ने कभी भी समाजवादी को नहीं छोड़ा है। बिहार की धारा समाजवादी धारा है।

हर राज्य में शराबबंदी हो

मेधा पाटकर ने कहा कि शराबबंदी हो या कोई कानून, यह जन आंदोलन से उभर कर आए और तभी राजनेता इसे अपनाए हैं। उन्होंने शराबबंदी के कदम की सराहना करते हुए सीएम को मुम्बई भी आने का न्यौता दिया। उन्होंने कहा कि पानी का निजीकरण की समस्या भी परिषद में उठाएं। उन्होंने इंदौर का जिक्र करते हुए कहा कि यहां स्मार्ट सिटी के नाम पर लोगों को विस्थापित किया जा रहा है, पुरानी परंपरा को खत्म किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि समाजवादी वैकल्पिक विकास पर जोर दें। सेकुलरिज्म के तहत विकास के नाम पर गांधीवादी, माकर्सवादी एक हुए हैं। यही एक जुटता से जो ताकत बनेगी, वह राजनीतिक ताकत होगी।

तीन सत्रों में कार्यक्रम आयोजित

कार्यक्रम तीन सत्रों में आयोजित किया गया। कार्यक्रम के पहले सत्र की अध्यक्षता डॉ। जीजी परीख ने किया, संचालन समाजवादी डॉ। सुनीलम् ने किया। जदयू के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह, विधायक श्याम रजक, जम्मू कश्मीर, कर्नाटक, लखनऊ, हैदराबाद सहित देश भर के क्7 राज्यों से समाजवादी आंदोलन के प्रणेता और कार्यकर्ता मौजूद थे।

Posted By: Inextlive