कुआलालंपुर में PM मोदी ने वैश्विक आतंकवाद पर की कुछ ऐसे चर्चा
संस्कृति को साझा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दसवें ईस्ट एशिया समिट में शामिल हुए। समिट में वैश्विक आतंकवाद के खतरों और उनसे निपटने के उपायों पर चर्चा की गई। पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि विकास के लिए शांति का माहौल जरूरी है, आज विश्व के करीब हर देश आतंकवाद की चुनौतियों का सामना कर रहे हैं। आतंकवाद से निपटने के लिए एक साझा प्रयास करने की जरुरत है। उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है जब बिना किसी भेदभाव के आतंकवाद की परिभाषा तय की जाए। पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि एशियाई देश एक समान संस्कृति को साझा करते हैं, इन देशों में रहने वाले लोगों की जरुरतें करीब करीब एक समान हैं, एशियाई मुल्क आपसी मदद से एक नए इतिहास का निर्माण कर सकते हैं।यहां भी क्िलक करें: दसवें ईस्ट एशिया समिट में कुछ इस तरह से आतंकवाद पर बोले PM मोदी
समाधानों की जरूरत
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले कुछ दिनों में हुए आतंकी हमलों की निंदा करते हुए कहा कि यह एक काली परछाई की तरह तेजी से बढ़ रहा है और इससे लड़ने के लिए नए वैश्विक समाधानों की जरूरत है। प्रधानमंत्री ने समिट को संबोधित करते हुए कहा कि इस फोरम में हम प्राय: आतंकवाद को एक रीजन की परिधीय समस्या की तरह देखते हैं। लेकिन अंकारा, माली, पेरिस और बेरूत में हुए आतंकी हमले इस बात को याद दिलाते हैं कि यह काली छाया तेजी से दुनिया में फैल रही है। उन्होंने जोर दिया कि कोई भी देश आतंक का उपयोग या समर्थन ना करे क्योंकि किसी भी आतंकी संगठन में कोई विशिष्टता नहीं होती। प्रधानमंत्री ने पुरजोर तरीके से आतंक को धर्म से अलग करने और मानव मूल्यों को आगे बढ़ाने के कमिटमेंट का स्वागत किया।
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