Monsoon 2023 : उत्तर भारत में भारी बारिश का कहर बरप रहा है। पिछले 24 घंटे में हुयी बारिश से दिल्ली में 41 साल का रिकॉर्ड टूट गया है। पहाड़ों से लेकर मैदान तक हालात काफी गंभीर हो गए हैं। कहीं पुल व मकान ढह रहे है तो कहीं सड़कें धंस रही हैं। बाढ़ व जलभराव भी वजह से कुछ जगहों पर ट्रेन सेवाएं भी रोक दी गयी हैं।

नई दिल्ली (एएनआई / आईएएनएस)। Monsoon 2023 : दिल्ली, उत्तर प्रदेश और हिमाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों में हो रही भारी बारिश के कारण उत्तर भारत के प्रमुख शहरों में हालात काफी गंभीर हो गए हैं। दिल्ली ने तो बारिश के मामले में 41 साल पुराना रिकाॅर्ड तोड़ दिया। भारत मौसम विज्ञान विभाग ने कहा कि रविवार, 1982 के बाद से जुलाई में एक दिन में सबसे अधिक बारिश हुई है। इसकी वजह से राजधानी में हालात काफी ज्यादा बिगड़ गए हैं। उत्तर प्रदेश में भी जलभराव व मकान ढ़हने से लोग परेशान हैं। वहीं हिमाचल प्रदेश में लगातार बारिश के कारण नदी में आए उफान के कारण दुकानों और वाहनों के बह जाने की दिल दहला देने वाली तस्वीरें सोशल मीडिया पर सामने आयी हैं। पिछले 48 घंटों में हिमाचल प्रदेश में 20 बड़े भूस्खलन और 17 अचानक बाढ़ की सूचना मिली है। 30 से अधिक घर पूरी तरह और आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हो गए हैं। अधिकारियों ने कहा कि रावी, ब्यास, सतलुज, स्वान और चिनाब सहित सभी प्रमुख नदियां उफान पर हैं। कुल्लू, किन्नौर और चंबा के नाले में अचानक आई बाढ़ में वाहन बह गए। मंडी जिले में ब्यास नदी के उफान में औट पुल, पंडोह पुल और ऐतिहासिक पंचवक्त्र पुल समेत कई पुल बह गए। घटना पर संज्ञान लेते हुए राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि बहे हुए पुल 'हिमाचल की पहचान' थे।

#WATCH | Uttar Pradesh: Flood-like situation in several villages of Moradabad due to rise in water level in Dhela river following heavy rainfall (09.07) pic.twitter.com/7Y9U8iJDx2

— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) July 9, 2023


एक ही परिवार के तीन लोगों की मौत
पुलिस ने बताया कि इससे पहले दिन में, हिमाचल प्रदेश के शिमला में रविवार को भारी बारिश के कारण एक घर ढह जाने से एक ही परिवार के तीन लोगों की मौत हो गई, जबकि दो अन्य घायल हो गए। राज्य आपदा प्रबंधन के पास उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार, पहाड़ी राज्य में 3 राष्ट्रीय राजमार्गों सहित 776 से अधिक सड़कें बंद हैं। आंकड़ों के अनुसार, पिछले 24 घंटों के दौरान कुल छह लोगों की मौत हो गई, 3 लापता हैं, जबकि 281 लोग अलग-अलग स्थानों पर फंसे हुए हैं, लेकिन सुरक्षित हैं। राज्य सरकार के मुताबिक, 16 दिनों में अब तक राज्य में 54 लोगों की मौत हो चुकी है, 92 घायल हुए हैं, 46 घर क्षतिग्रस्त हुए हैं और 108 घर आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हुए हैं। विशेष रूप से, पिछले 24 घंटों के दौरान राज्य के अधिकांश स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा और ऊना, बिलासपुर जिलों में अत्यधिक भारी वर्षा हुई। राज्य में सोमवार और मंगलवार को भारी बारिश को देखते हुए सभी स्कूल और कॉलेज भी बंद रहेंगे।

More Scary visuals from Thunag area of Mandi, Himachal#Thunag #Mandi #HimachalPradesh #Manali #Kullu pic.twitter.com/qtyyo3OHcD

— Anil Thakur (@Ani_iTV) July 9, 2023


ट्रेन सेवाएं भी रविवार को निलंबित
इसके अलावा, लगातार भारी बारिश और खराब मौसम के कारण शिमला-कालका मार्ग पर ट्रेन सेवाएं भी रविवार को निलंबित कर दी गईं। शिमला रेलवे स्टेशन के स्टेशन अधीक्षक, जोगिंदर सिंह ने एएनआई को बताया कि भारी बारिश के कारण हुए भूस्खलन से शिमला और कालका के बीच कई स्थानों पर रेलवे ट्रैक क्षतिग्रस्त हो गए हैं, जिससे ट्रेन परिचालन निलंबित हो गया है। इसके अलावा, जम्मू और कश्मीर के विभिन्न हिस्सों में, राष्ट्रीय राजमार्ग 44 को अभूतपूर्व क्षति हुई, विशेष रूप से रामबन जिले में पड़ने वाले हिस्से को, जिससे इसे यातायात के लिए बंद करना पड़ा। अमरनाथ यात्रियों के लिए लंगर (सामुदायिक रसोई) के रूप में स्थापित एक शेड भी रामबन में चिनाब नदी के उफान में बह गया। इस बीच, जम्मू-कश्मीर में भारी बारिश के कारण झेलम नदी का जल स्तर बढ़ गया, जिससे तट पर और आसपास के अन्य इलाकों में रहने वाले स्थानीय लोगों में दहशत फैल गई। मौसम विभाग ने स्थानीय लोगों को कमजोर संरचनाओं और जलभराव वाले क्षेत्रों से बचने की भी सलाह दी है।

Posted By: Shweta Mishra