ये कहानी है सदियों पुरानी की प्‍यार की कोई सरहद नहीं होती कोई जाति धर्म या भाषा नहीं होती. बस इस बार करेक्‍टर थोड़े हट कर इसलिए हैं क्‍योंकि दौर बदल चुका है और इसी नाम के जिस नॉवेल पर ये कहानी बेस्‍ड है उसके राइटर चेतन भगत का कहना है कि ये उनकी पर्सनल लाइफ की सच्‍ची कहानी है.


Producer: Karan Johar and Sajid NadiadwalaDirector: Abhishek Varman  Cast: Arjun Kapoor, Alia Bhatt, Ronit Roy, Amrita Singh, Shiv Kumar Subramaniam, Revathy, Sharang Natarajan, Ankit Chitral, Achint Kaur Rating: 2.5/5 star


कहानी शुरू होती है एक बड़े शहर के बड़े कॉलेज से जहां एक दिल्ली बेस्ड पंजाबी मुंडा कृश (अर्जुन कपूर) अपनी स्टडीज के लिए आया है और चेन्नई से आयी है तमिलियन गर्ल अनन्या स्वामीनाथन (आलिया भट्ट). फिर वही कहानी कि दोनों मिलते हैं फ्रेंडशिप होती है और फिर प्यार. हां फ्रेंड से बिलव्ड बनने का सिलसिला थोड़ा अलग है पर होता फाइनली वही है. दोनों पढ़ाई पूरी करके जॉब करने लगते हैं और एक दूसरे के करीब से भी करीब होते जाते हैं. फाइनली वो डिसाइड करते हैं कि उन्हें शादी कर लेनी चाहिए पर दोनों चाहते हैं कि प्यार भले ही अपनी मर्जी से किया है लेकिन शादी तो फेमलीज की ब्लेसिंग्स से ही होगी और शुरू होता है पेरेंटस पटाओ प्रोग्राम.

सबसे पहले कृश अपने फादर इन लॉ को उनका पॉवर प्वाइंट प्रोग्राम तैयार करके काबू में करता है तो साले को देता है ट्यूशन और मदर इन लॉ एंशियंट ड्रीम पूरा करता है जब एक बड़े कांसर्ट में उनका परफार्मेंस करवाता है. अब बारी है अनन्या की, उसे अपनी मदर इन लॉ को पटाना है जो अड़ी हैं कि मद्रासी बहू नहीं चलेगी और इसमें उनके साथ है कृश की पूरी फेमिली. इस दौरान अनन्या को पता चलता है कि कृश की कजिन की मैरिज खटाई में पड़ गयी है तो वो अपने स्टाइल से ये प्राब्लम साल्व करके उसकी शादी करवा देती है और अपनी शादी के लिए सासू मां के दिल के दरवाजे खुलवा लेती है.अब डिसाइड होता है कि गोवा में दोनों फेमिलीज एक दूसरे से मिलेंगी और इस मुलाकात के दौरान अनन्या की फेमिली को लगता है कि कृश और उसकी मदर के पास्ट में कुछ ऐसा है जो ठीक नहीं है और इसलिए वो इस शादी को कैंसल करने का डिसीजन ले लेते हैं. ऐसे में एंट्री होती है कृश के फादर की जो उसके लिए दुश्मन जैसे थे और उनकी लाइफ से जा चुके थे. पर यही फादर अनन्या की फेमिली को कंविंस करते हैं कि सब कुछ ठीक है और एक लंबी स्ट्रगल के बाद फाइनली दोनों की शादी हो जाती है. और 2 स्टेटस में बटा ये प्यार हमेशा के लिए एक हो जाता है.  

कहानी में जैसा की पहले ही पता है कुछ नया नहीं है लेकिन क्योंकि पूरी फिल्म फ्लैश बैक में फर्स्ट पर्सन में नैरेट की जा रही है तो कहने का ढंग मजेदार है. आलिया और अजुर्न की एक्टिंग इसमें स्पाइस एड कर रही है. कृश की मदर के रोल में अमृता सिंह परफेक्ट हैं. अच्छी टाइमिंग और चुलबुले हृयूमरस डायलॉग्स के लिए एक बार तो फिल्म देखना बनता है. हालाकि फिल्म की स्पीड कम होने के कारण कहीं कहीं फिल्म उबाऊ लगने लगती है. Hindi news from Entertainment News Desk, inextlive

Posted By: Chandramohan Mishra