-पाटलिपुत्रा इंडस्ट्रियल एस्टेट में खुला टूल रूम एंड ट्रेनिंग सेंटर

-नौंवी से लेकर एमटेक पाएंगे ट्रेनिंग

-जमीन नहीं मिलने से कई केन्द्रीय परियोजना रुकी

PATNA : शनिवार को पाटलिपुत्रा इंडस्ट्रियल इस्टेट में टूल रूम एवं ट्रेनिंग सेंटर का उद्घाटन माइक्रो, स्मॉल, मिडियम मिनिस्टरी में मिनिस्टर ऑफ स्टेट गिरिराज सिंह ने किया। उन्होंने कहा कि हेवी इंडस्ट्री में सवा करोड लोग जबकि एमएसएमई में साढ़े चौदह करोड़ को रोजगार मिलता है.यहां इससे युवाओं को स्किल्ड बनने और आत्मनिर्भर बनने में बड़ी मदद मिलेगी। यह जमशेदपुर स्थित इंडो-डेनिस टूल रूम एवं ट्रेनिंग सेंटर का एक्सटेंशन सेंटर है। उन्होंने कहा कि इससे बिहार में इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट को बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने इस मौके पर अन्य योजनओं का जिक्र भी किया। उन्होंने कहा कि अगर बिहार गवर्नमेंट जमीन दे तो विकास कार्यो में तेजी आएगी।

ट्रेनिंग और इम्पलाइमेंट

टूल रूम में आधुनिक साफ्टवेयर जैसे केड-केम, केटिया, प्रो-ई आदि का उपयोग कर प्रशिक्षण दिया जाएगा। इससे यूथ ट्रेनिंग पाकर विभिन्न इंडस्ट्रियल यूनिट में काम कर पाएंगे और चाहें तो स्वरोजगार भी पा सकते हैं। इस सेंटर में प्रारंभिक स्तर पर तीन, छह माह एवं दो साल का प्रशिक्षण दिया जाएगा। एससी, एसटी के ट्रेनी को नि:शुल्क ट्रेनिंग और हॉस्टल की सुविधा प्रदान की जाएगी। सेंट्रल गवर्नमेंट में एमएसएमई के डेवलपमेंट कमिश्नर अमरेंद्र सिन्हा ने कहा कि बिहार स्टेट की प्राथमिकताओं को ध्यान में रखते हुए पटना में यह स्थापित किया गया है।

पटना सिटी में लगेगा एलईडी क्लस्टर

पटना सिटी में ब्लब बनाने की सौ से अधिक यूनिट है, लेकिन ख्0क्7 तक लक्ष्य है कि सिर्फ एलईडी ही यूज किया जाएगा। इस बाबत यहां एक एलईडी क्लस्टर स्थापित किया जाएगा। यहां जमीन की कमी के कारण क्लस्टर बनाने में समय लग रहा है। ये बातें बिहार विधान सभा में प्रतिपक्ष के नेता नंद किशोर यादव ने कही। इस मौके पर एमपी रामकृपाल यादव, विधायक नितीन नवीन व अन्य मौजूद थे।

जमीन नहीं मिलने से पिछड़ रहे

मिनिस्टर गिरिराज सिंह ने कहा कि कई परियोजनाएं हैं केन्द्र सरकार की, जमीन राज्य सरकार की ओर से जमीन नहीं मिलने के कारण यह लंबित हो रहा है। उन्होंने कहा कि यहंा फूड प्रोसेसिंग यूनिट चालू करना है। सोलर चरखी व अन्य अन्य योजना है। इन सभी के बिहार के चीफ सेक्रेटरी को पत्र लिखा गया है। उनसे व्यक्तिगत रूप से भी मिला हूं। लेकिन अभी तक मामला अंटका पड़ा है। इस मौके पर बीआईए के पूर्व अध्यक्ष केपीएस केशरी ने उद्योग की समस्याओं के बारे में अवगत कराया।

Posted By: Inextlive